बरेली। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश मे आचार संहिता लगी हुई है लेकिन आचार संहिता का उल्लंघन न हो इसके लिए प्रशासन के साथ नगर निगम की टीमें भी गठित की गई थी। आचार संहिता लगते ही शुरूआत मे टीमें काफी सक्रिय दिखाई दी। बड़ी संख्या में पोस्टर-बैनर के साथ दीवारों पर राजनीतिक दलों की वॉल पेंटिंग को भी मिटा दिया गया लेकिन अब कई दिनों से ये टीमें निष्क्रिय हो गई है। तमाम जगहों पर राजनीतिक दलों के दीवार लेखन और होर्डिंग्स लगे है। जिन्हें हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है और शहर की सूरत को भी बिगाड़ रहे है। आठ जनवरी को आचार संहिता के प्रभावी होने के साथ ही प्रशासन व नगर निगम की संयुक्त टीमों ने होर्डिंग-पोस्टर, बैनर आदि हटाने की कार्रवाई की शुरूआत कलक्ट्रेट से की थी। टीमों ने कचहरी, स्टेशन रोड, जंक्शन, चौकी चौराहा, पटेल चौक, प्रेमनगर, किला, डीडीपुरम समेत शहर के तमाम हिस्सों में ऐसी कार्रवाई की। यूनिपोल, बिजली के पोल, दीवारों एवं निजी संपत्ति पर लगे राजनीतिक दलों के पोस्टर, बैनर और होर्डिंग हटाए गए। इस दौरान कई नेताओं के फोन अधिकारियों के पास पहुंचे, लेकिन किसी की एक न सुनी गई। चुनाव प्रचार-प्रसार संबंधी होर्डिंग-बैनर आदि हटाने का काम लगातार जारी रहे। इसके लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर आयुक्त ने सात टीमें गठित की थी। इन टीमों के प्रभारियों को निर्देश दिए गए थे कि वे अपने साथ में चूना और गेरू भी रखे। जिससे दीवारों पर पार्टियों के चुनाव प्रचार को मिटवाया जा सके, लेकिन इन टीमों के सक्रिय न रहने से नौमहला मस्जिद के पास राजनीतिक दलों की वाल पेटिंग हैं। इसके अलावा पटेल चौक सहित कई जगहों पर राजनीतिक दलों के होर्डिंग्स भी लगे हैं।।
बरेली से कपिल यादव