सीतापुर – जहाँ एक तरफ केन्द्र एवं राज्य सरकार की तरफ से स्वच्छ भारत का पुरजोर मिशन चलाया जा रहा है। वहीं कुछ जिम्मेदार कर्मचारियों की कार्य शैली के चलते इस योजना को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। ऐसा ही मामला रेउसा बिकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम सभा सीपतपुर का है ।जहाँ पर पंचायत सेक्रेटरी राजकुमार शुक्ला की मनमानी के चलते लाभार्थियों को शौचालय की प्रोत्साहन राशि रुपए 12000 निर्गत कराने के बजाय बंदरबांट करने के लिए ठेकेदारों द्वारा बेहद घटिया सामग्री से शौचालयों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। उक्त ग्राम सभा के मजरे लोनियनपुरवा निवासी लाभार्थी माधुरी पत्नी हरद्वारी, प्रेम पुत्र हरद्वारी, बनवारी पुत्र राजाराम आदि लाभार्थियों ने बताया कि हमारे शौचालय के निर्माण मे ठेकेदारों द्वारा घटिया सामान लगाया जा रहा था। तभी विरोध करने पर निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। जिसके चलते लाभार्थियों ने सेउता बिधायक ज्ञान तिवारी से इसकी शिकायत भी की हैं। किन्तु मनमानी कर रहे पंचायत सेक्रेटरी राजकुमार शुक्ला ने किसी भी लाभार्थी को प्रोत्साहन राशि देना तो अलग की बात है,पंचायत सेक्रेटरी के द्वारा नियमों को दरकिनार करते हुए अपने मुंहलगे लोगों को शौचालय निर्माण की ठेकेदारी दे दी है ।ऐसे ग्रामीण जो अपना शौचालय स्वयं बनवाना चाह रहे हैं उन लोगों को पंचायत सेक्रेटरी राजकुमार शुक्ला ने पैसा देने से मना कर दिया है। लाभार्थियों का आरोप है कि-कमीशन के चलते शौचालय में पीले ईंटा, खराब पाइप,व सस्ती सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है।जबकि मौरंग का प्रयोग नाममात्र के लिए ही करके बालू का अधिकाधिक प्रयोग किया जा रहा है।बिना नींव डाले ही जमीन पर ही शौचालय का ठेकेदारों द्वारा निर्माण किया जा रहा है।लाभार्थियों का कहना है कि-मानक के विपरीत बनने वाले ये शौचालय निष्प्रयोज्य ही हैं।इनका प्रयोग करना जानलेवा साबित हो सकता है।
रामकिशोरअवस्थी
सीतापुर ब्यरो