दून-दिल्ली के सफर को सरल और रोमांचकारी बनाने का शुरू होने जा रहा है काम

दिल्ली/देहरादून- दून-दिल्ली के सफर को सरल और रोमांचकारी बनाने का काम शुरू होने जा रहा है। दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे के तीसरे पार्ट का काम अगले महीने से शुरू हो रहा है। यह काम आशारोड़ी चेकपोस्ट (देहरादून) से गणेशपुर गांव (यूपी) तक 19 किमी का है। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक गणेशपुर से डाटकाली तक 15.5 किमी एक्सप्रेस यूपी में आता है, जिसमें फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिल चुकी है। एक सप्ताह के भीतर वन विभाग को पैसा जमा करने की तैयारी है। यहां पेड़ों के कटान के साथ एक्सप्रेस-वे का काम भी शुरू होगा। साढ़े तीन किमी डाटकाली से आशारोड़ी तक उत्तराखंड सरकार से भी फॉरेस्ट क्लीयरेंस आ चुकी थी। हालांकि इसमें पीआईएल दायर हुई है। इसलिए हाईकोर्ट के फैसले के बाद इस क्षेत्र में काम शुरू होगा।
वन्यजीवों की क्रॉसिंग के लिए अंडर पास बनेंगे: आशारोड़ी से गणेशपुर तक तक वन्य जीव बाहुल क्षेत्र है। डाटकाली से गणेशपुर तक एक्सप्रेस-वे एलिवेटड है, इसलिए जंगली जानवरों को क्रासिंग में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। आशारोड़ी से डाटकाली तक 200 मीटर के दो अंडर पास, 15 से 20 मीटर के छह पुल भी बनेंगी, ताकि जंगली जानवर आसानी से आसानी से आर-पार कर सके।

14 किमी एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे और टनल भी बनेगी
गणेशपुर (सहारनपुर) से सवा किमी एक्सप्रेस-वे पुराने हाईवे के सामांतर बनेगा। इससे आगे डाटकाली तक 14 किमी का एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे बरसाती नदी के ऊपर बनेगा। डाटकाली में एक और सुरंग बनेगी। छह लेन वाली यह सुरंग 340 मीटर की होगी। यह टनल पहले बनी टनल के सामांतर बनेगी। इस स्थान पर पहले से दो सुरंग बनी हुई है।
करीब तीन घंटे में होगा दून-दिल्ली का सफर
देहरादून से दिल्ली जाने में अभी लोगों को 250 किमी लंबे हाईवे का सफर करना पड़ता है। इसमें पांच से छह घंटे लगते हैं। नया एक्सप्रेस-वे बीच के कई शहरों को बाईपास करते हुए बनेगा। जाम की समस्या दूर हो जाएगी। इसकी लंबाई 200 किमी के करीब होगी।
तीन पार्ट में बन रहा महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे
एक्सप्रेस-वे का पहला पार्ट दिल्ली अक्षरधाम से बागपत के पास तक, दूसरा पार्ट बागपत से सहारनपुर बाईपास है। सहारनपुर से गणेशपुर तक पहले ही छह लेन एक्सप्रेस-वे बना है। गणेशपुर से आशारोड़ी तक तीसरा पार्ट है। इसका काम अगले महीने से शुरू हो जाएगा।
यूपी में जो वन क्षेत्र है उसकी हमें यूपी सरकार से क्लीयरेंस मिल चुकी है। एक सप्ताह के भीतर हम वन विभाग को पैसा जमा कर कर देंगे। जैसे ही पेड़ कटान का काम शुरू होगा, हम एक्सप्रेस-वे का काम भी शुरू कर देंगे। एक्सप्रेस-वे का डाटकाली से आशारोड़ी तक साढ़े तीन किमी का हिस्सा उत्तराखंड वन विभाग का है। इसमें भी क्लीयरेंस मिल गई थी, लेकिन इसमें हाईकोर्ट में पीआईएल दायर हो रखी है। हम कोशिश कर रहे हैं कि इस पर जल्द से जल्द सुनवाई हो।
रोहित पंवार, साइट इंजीनियर, एनएचएआई

– सहारनपुर से मन्थन चौधरी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।