दहेज उत्पीडन की शिकार नवविवाहिता ने दी डीआइजी के दरवाजे पर जान देने की चेतावनी

-नानौता पुलिस पर भी लगाया आरोपियों का साथ देने का आरोप

गंगोह/सहारनपुर- दहेज उत्पीडन के चलते जिन्दगी और मौत के बीच झूल रही नव विवाहिता ने न्याय न मिलने पर डीआईजी कार्यालय के सामने आत्मदाह करने की घोषणा की है। आरोप हैकि नानौता पुलिस विरोधियों से साज खाकर गरीब महिला के साथ ज्यादती कर रही है। उसके जलने की वारदात को पति के मजाक करने से नाखुश होकर अपने उपर मिट्टी का तैल छिडक कर आग लगाने की मामूली सी बात बता रही है।
गंगोह के मौहल्ला टांकान निवासी मरहूम मकसूद की बेटी रहमत उर्फ फातिमा द्वारा डीआईजी को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि उसकी शादी नौ माह पूर्व नानौता थानान्तर्गत गांव बुन्दूगढ निवासी आशू पुत्र रियासत के साथ हुई थी। मगर दहेज को लेकर नाखुश ससुराल पक्ष के लोग उसका मानसिक व शारीरिक उत्पीडन करते चले आ रहे थे। जिसके चलते उन्होंने कई बार मारपीट कर उसे घर से निकाला मगर हर बार समझौता करके उसे वापिस ले गये। आरोप है कि 31 मई को ससुरालियों द्वारा दहेज उत्पीडन के चलते जान से मारने की नीयत से मिट्टी का तैल छिडककर आग लगाकर मारने का प्रयास किया गया। पडौसियों ने आकर उसे बचाया और उसे चिकित्सा उपलब्ध कराई। पडौसियों से सूचना पाकर पहुंचे भाई महबूब ने उसे पहले जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, बाद में उसे सफदरजंग अस्ताल दिल्ली में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। पीडिता का आरोप है कि पुलिस ने उसकी ससुरालपक्ष से साज करली है। जिसके चलते उसके बयानों को बिल्कुल पलट दिया गया है। एसएसपी से शिकायत के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही न होती देख अब पीडिता ने डीआईजी से न्याय की गुहार लगाई है। डीआई जी को प्रेषित पत्र में ससुराल के उत्पीडन का शिकार बनी नवविवाहिता ने चेतावनी दी है कि अगर उसे न्याय न मिला तो वह डीआईजी के दरवाजे पर जान दे देगी।

-सहारनपुर से सुनील चौधरी की रिपोर्ट

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