शाहजहांपुर -शाहजहांपुर में तेंदुए की दस्तक से कैंट इलाके में दहशत का माहौल है जहां एक ओर आर्मी के अफसर खौफजदा है वहीं दूसरी ओर आर्मी कैंट के अंदर चल रहे स्कूल दहशत के चलते बंद कर दिए गए हैं। आसपास के स्कूलों में सतर्कता बरतते हुए गेट बंद कर छात्रो की पढ़ाई कराई जा रही है। सीसीटीवी फुटेज में लगातार तस्वीरें कैद होने के बावजूद भी वन विभाग तेंदुए को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है। वहीं दूसरी ओर डीएम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए लखनऊ से टीम बुलाने के लिए चिट्ठी लिखी है।शाहजहांपुर में पिछले 5 दिनों में थाना सदर बाजार के कैंट इलाके में तेंदुए ने हमला कर कई जानवरों का शिकार किया है यही नहीं आर्मी के सीसीटीवी फुटेज में वह कई बार देखा जा चुका है। इन सब के बावजूद वन विभाग सिर्फ एक पिंजड़ा लगाकर हाथ पर हाथ धरे बैठा है वन बिभाग की नाकामी की वजह कैंट इलाके के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। यही नही आसपास के स्कूलों में भी सतर्कता बरती जा रही है पढ़ाई के समय स्कूल के गेट और खिड़की बंद कर छात्रो की पढ़ाया जा रही है। यही नहीं आसपास के सुबह टहलने वाले भी लोग अब कैंट की और कम आवागमन कर दिया है।पिछले 5 दिनों से यह तेंदुआ सीसीटीवी फुटेज के अलावा कई लोगों की कैमरो में कैद हो चुका है लगातार तेंदुए की तस्वीरें कैद होने के बावजूद वन विभागइसे पकडने मे नाकाम साबित हुआ है। वन विभाग सिर्फ पिंजड़ा लगाकर हाथ में हाथ धरे बैठा है। इस नाकामी की बजह से डीएम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए लखनऊ से टीम बुलाने की के लिए शासन को चिट्ठी लिखी है।
शाहजहांपुर में यह पहला मामला है जहां सेना के इलाके में तेंदुआ ने दस्तक दी है। यह तेंदुए कहां से आया है इसकी कोई किसी के पास जानकारी नहीं है। कैंट इलाके में कई एकड़ वन क्षेत्र फैला हुआ है। यह ईलाका चारों तरफ कटीले तारों से घिरा के होने की वजह से तेंदुआ बाहर भी नहीं जा सकता ऐसे में यह तेंदुआ लोगों के लिए जान लेवा बना हुआ है। वही वन विभाग चैन की नींद सो रहा है। ऐसे मे सवाल खडा हो रहा है कि मे तेंदुए के हमले किसी मौत होगी तो इसकी कौन जिम्मेदारी लेगा।
अंकित कुमार शर्मा