शाहजहापुर: जलालाबाद जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी के निर्देष पर बीएसए राकेश कुमार द्वारा जललााबाद विकास खण्ड के कुल 258 बेसिक स्कूलों का औचक निरीक्षण कराया गया। जिसमें शिक्षा विभाग के दिशा निर्देषों की पोल खुल गई। 26 स्कूलों में अध्यापक अनुपस्थित पाये गए। जिनकी संस्तुति रिपोर्ट जिलाधिकारी व बीएसए को भेजी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी अनुज कुमार ने बताया है कि बीएसए राकेश कुमार द्वारा कराये गये औचक निरीक्षण में जनपद के सभी 12 खण्ड शिक्षा अधिकारियेां व उनकी टीम ने जलालाबाद ब्लाक क्षेत्र के 181 प्रा0वि0 70 पूर्व मा0वि0 एवं 7 सहायता प्राप्त विद्यालयो की अचानक जांच की गई जिसमें रूपापुर, की प्रतिभा सिंह, कोला की सीमा, सिकन्दरपुर अफगानान की नेहा, ककराहा की कुसुमा देवी, कूराबण्डा के आषुतोष शर्मा, कटेली की सीनू सिंह, शेरपुर मड़ैया गुजरान की रश्मि सिंह – बझेड़ा महुआ डांडी की प्रीती पाण्डेय, खखूड़ी के प्रदीप कुमार, ठिंगरी द्वितीय की मीना वर्मा तथा शिज्ञानी राजपूत, इसी विद्यालय की मंजुसा सक्सेना, प्रा0वि0 सुगसुगी की शालिनी भदौरिया जलालाबाद प्रथम की गीता देवी, प्रा0बी0 ततियारी की रूबी, रतनपुर की प्रीती गुप्ता, धिंयरा के सोनपाल, कटरिया की स्मिता एवं ओमकार, सुल्तानपुर की रीमा सिंह, नयागांव गुलड़िया की श्रीमती रत्नांजलि प्रा0वि0 उवरिया पूर्णतया बन्द पाया गया चैकी आजमपुर के कमलेश नगरिया बुजुर्ग की नीलम सिंह, हरनाइया की अर्चना, नगला हलू की सरिता सक्सेना, अनुपस्थित पाई गई। इन सभी की कार्य शिथिलता देखते हुये निरीक्षण तिथि का मानदेय काटे जाने के अलावा प्रतिकूल प्रविष्ट एवं स्पष्टीकरण के नोटिस जारी करते हुये उक्त सभी की संस्तुति कार्यवाही रिपोर्ट जिलाधिकारी एवं बीएसए को भेजी गई है। इस कार्यवाही से शिक्षा विभाग के लोगों में हड़कम्क्प मचा है। लोग इधर उधर सिफारिशे कराते घूम रहे हैं। घोर लापरवाही के चलते स्कूल जाने वाले बच्चें का भविष्य चौपट होने की कगार पर है । साथ ही मिड-डे मील की जांच की मांग करते हुये ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा है।
-देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा