बरेली। तीन सौ बेड अस्पताल मे सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 50 लोगों से डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी की गई थी। ठगी का मामला सामने आने के बाद अधिकारियों के निर्देश पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया था। मगर पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। वही अब फिर से ठगी के शिकार हुए बेरोजगारों ने कोतवाली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए गुरुवार को एसएसपी से मामले की शिकायत की है। जिसके बाद एसएसपी ने कोतवाली पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए है। आपको बता दे कि 29 जनवरी को करीब 50 लोगों ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर तीन सौ बेड सरकारी अस्पताल में वॉर्ड ब्वॉय, टेक्नीशियन, फार्मेसिस्ट व अन्य खाली पड़े पदों पर नौकरी दिलवाने का झांसा देकर उनसे करीब डेढ़ करोड़ की ठगी होने की शिकायत की थी। शिकायत मिलने के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सीओ प्रथम दिलीप कुमार की जांच दी थी। सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला महिला अस्पताल के बड़े बाबू कुलदीप शर्मा समेत ताहिर, बोबी और विकास यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। मगर अभी तक पुलिस की गिरफ्त की बाहर है। वही पुलिस विकास की गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी कर चुकी है। करीब एक माह बाद भी कोतवाली पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इससे परेशान होकर ठगी के पीड़ित लोग गुरूवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि पुलिस की विवेचना में सिर्फ विकास ही मुख्य आरोपी है। जबकि उसके अन्य साथी अभी भी खुलेआम घूम रहे है। पीड़ितों ने बताया कि अस्पताल में कराए गए उनके मेडिकल परीक्षण सिर्फ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नहीं करा सकते। ठगी के मुख्य आरोपी बताए जा रहे विकास यादव के खिलाफ कोतवाली पुलिस गिरफ्तारी वांरट भी जारी कर चुकी है। मगर उसके बावजूद वह अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। हाल ही में हुई जांच के मुताबिक विकास पश्चिम बंगाल में है। जिसे पकड़ने के लिए एक टीम भी भेजी गई है। लेकिन अभी तक पुलिस उसे पकड़ने में सफल नहीं हो सकी है।।
बरेली से कपिल यादव