बरेली। केंद्रीय कारागार-2 की कैंटीन में बंदी के खुदकुशी करने के मामले में जिला जेल अधीक्षक बदायूं को जांच सौंपी गई है। उनकी जांच में जिन जेलकर्मियों की लापरवाही मिलेगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जनपद के थाना किला के मोहल्ला चंदननगर निवासी 20 वर्षीय अमर सक्सेना पांच मार्च से केंद्रीय कारागार-2 में बंद था। सुभाषनगर क्षेत्र की किशोरी को ले जाने के कारण उसके खिलाफ थाना सुभाषनगर मे छेड़छाड़ और पॉक्सो का मुकदमा दर्ज कराया गया था। मगर कोर्ट में पेश न होने पर अमर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गए और पांच मार्च को सुभाषनगर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। तब से वह केंद्रीय कारागार-2 में ही बंद था। अमर जेल की कैंटीन में भी काम करता था। शनिवार शाम को उसने कैंटीन के ही खाली पड़े हिस्से में गमछे से फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। इस मामले में अमर के परिजनों ने जेल स्टाफ पर उसकी हत्या का आरोप लगाया था लेकिन पोस्टमार्टम में खुदकुशी की पुष्टि हुई थी। केंद्रीय कारागार-2 के अधीक्षक विपिन मिश्र ने इस मामले में बंदीरक्षक अनिल त्रिवेदी की लापरवाही बताकर उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक अविनाश गौतम को संस्तुति की थी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच बदायूं जिला जेल के अधीक्षक को सौंपी गई है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई होगी।।
बरेली से कपिल यादव