जिला चिकित्सालय में हृदय रोग विशेषज्ञ का पद दस वर्ष से खाली, इलाज को भटक रहे हार्ट के मरीज

बरेली। शहर से लेकर देहात तक हार्ट अटैक से हो रही मौत का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। युवा पीढ़ी तक हृदय रोगों की चपेट में आ रहे, लेकिन शासन-प्रशासन इस ओर बेपरवाह बना हुआ है। जिला चिकित्सालय में हृदय रोग विशेषज्ञ का पद पिछले दस वर्ष से खाली पड़ा हुआ है। जिला मुख्यालय पर स्थित जिला चिकित्सालय है, जिसमें हृदय रोग विशेषज्ञ का पद स्वीकृत है। इसके बावजूद भी शासन मौन धारण किए हुए हैं। शहर के जिला अस्पताल में हार्ट मरीज इलाज कराने के लिए भटक रहे हैं। हार्ट की समस्या को लेकर जो लोग इलाज कराने आते हैं। वह डॉक्टर न होने के कारण परेशान हैं। लंबे समय से जिला अस्पताल में हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर की कमी है। हार्ट का इलाज कराने वाले मरीजों को अभी तक वरिष्ठ फिजीशियन डॉ वागीश वैश्य देख रहे थे लेकिन उनका ट्रांसफर होने के कारण अब हार्ट मरीजों की और दिक्कतें बढ़ गई हैं। जिला अस्पताल में गरीब व असहाय लोगों का बहुत ही सस्ता इलाज किया जाता है। रोज ही आसपास के क्षेत्र के लोग यहां अपना इलाज कराने आते हैं लेकिन यहां हार्ट का इलाज कराने आने वाले मरीजों के साथ बहुत बड़ी समस्या है। क्योंकि जिला अस्पताल में 10 से 12 साल से अधिक हो गए लेकिन हार्ट के डॉक्टर की तैनाती नहीं हुई। अभी तक इस तरह के मरीजों के लिए वरिष्ठ फिजीशियन डॉ वागीश वैश्य देख रहे थे लेकिन अब उनका स्थानांतरण कोविड हॉस्पिटल में सीएमएस के पद पर होने से उनकी कुर्सी खाली हो गई है। जिस कारण मरीज और भी ज्यादा परेशान हैं। जिले में हृदय रोग विशेषज्ञ का पद होने के बाद भी हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं की गई। इसके लिए स्वास्थ निदेशालय को लगातार पत्र लिखे जा रहे हैं। चिकित्सकों की तैनाती ही इस समस्या का समाधान है।।

बरेली से कपिल यादव

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