बरेली। शासन के आदेश पर ठंड से बचाने के लिए गोवंशो को जूट के बोरों का कोट पहनाया जाना था लेकिन जूट के बोरों की व्यवस्था न होने के कारण गोवंशो को परेशानी उठानी पड़ रही थी। गोवंश आश्रय स्थलों के संचालकों द्वारा लगातार जूट के कोट की मांग की जा रही थी। इसके लिए अब जूट के बोरों की व्यवस्था कर ली गई है। 4000 जूट के बोरे जिलापूर्ति विभाग उपलब्ध कराएगा। जिसकी पहली खेप जिला पशु अधिकारी को पहुंच गई है। जिले में कान्हा उपवन, गौशाला, पशु आश्रय स्थलों में रहने वाले गोवंश ओं को ठंड से राहत दिलाने के लिए अब जूट के बोरों का इंतजाम कर लिया गया है। कमिश्नर ने जिलापूर्ति विभाग से जूट के बोरे उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। जिला पूर्ति विभाग ने बोरों की उपलब्धता की जानकारी पशु पालन विभाग को दे दी है। इसके साथ ही दो ब्लॉको में चार-चार सौ बोरे भी पहुंचा दिए गए हैं। शेष बोरे सभी गोवंश आश्रय स्थलों में पहुंचाने की प्रक्रिया चल रही है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. ललित कुमार वर्मा ने बताया कि बोरों की उपलबधता हो गई है अब ठंड से गोवंशों को बचाया जा सकेगा। इसके लिए गोवंश को बाजरे का आटा और गुड़ भी खिलाया जा रहा है। उन्हें बंद जगह पर बांधा जा रहा है। जिससे वह ठंड से सुरक्षित रह सके।।
बरेली से कपिल यादव