अलीगढ़- अलीगढ़ जिले के अमरदपुर गांव के रहने वाले 10 बच्चे चीन से भारतीय जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए निकल पड़े. लेकिन दोरू मोड़ पर पुलिस ने सभी को रोक लिया और समझा-बुझा कर घर वापस भेज दिया. मासूम बच्चों की देशभक्ति और देश प्रेम की भावना को देखकर पुलिसकर्मियों ने उनके जब्जे को सलाम किया।
अलीगढ़ लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों द्वारा धोखे से शहीद किए गए 20 भारतीय जवानों के लिए देश भर के लोगों में जबरदस्त गुस्सा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में वीर जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए दौड़ लगाकर चीन से लड़ने जा रहे 10 मासूम बच्चों को पुलिस ने रोक कर बापस उनके घर भेज दिया है. मासूम बच्चों की देशभक्ति और देश प्रेम की भावना को देखकर पुलिसकर्मियों ने उनके जब्जे को सलाम किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक यहां के गभाना थाना क्षेत्र के अमरदपुर गांव के रहने वाले 10 बच्चों ने चीन से भारतीय जवानों की शहादत का बदला लेने की ठानी है. इसके लिए यह सभी इकट्ठा होकर चीन से लड़ने के लिए निकल पड़े. लेकिन दोरू मोड़ पर पुलिस ने इन सभी को रोक लिया और उन्हें समझा-बुझा कर घर वापस भेज दिया.
बता दें कि लद्दाख सीमा पर 15 जून की रात चीनी सैनिकों ने धोखे से भारतीय सेनिकों पर हमला बोल दिया. बड़ी संख्या में चीनी सैनिक लाठी, डंडे और कंटीली तारों से लैस होकर पहुंचे थे. चीनियों के हमले में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए. हालांकि संख्या बल में कम होने के बावजूद भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों का जमकर मुकाबला किया और उनके लगभग 45 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इसके अलावा कई चीनी सैनिक घायल भी हुए हैं. हालांकि चीन ने आधिकारिक रूप से नहीं बताया है कि इस घटना में उसके कितने सैनिक मारे गए हैं या हताहत हुए हैं.