बाड़मेर/राजस्थान- प्रस्तावित नहर बंदी के दौरान पेयजल व्यवस्था संधारण के संबंध में समिक्षा बैठक लगभग एक दर्जन जिला कलक्टरो की अध्यक्षता में आयोजित होगी । नहरबंदी से सम्बन्धित जानकारी रखने वाले जागरूक उपभोक्ताओं ने बताया कि इस बार भी पूर्ण नहर बंदी रहेगी। इस दौरान सरहदी जिलो के प्रत्येक क्षेत्र में उपलब्धता के आधार पर पेयजल पहुंचे, इसके मद्देनजर पूर्ण मुस्तैदी से कार्य किया जाए और इस दौरान सरकारी नहरी पानी की चोरी किसी भी स्तर पर सहन नहीं की जाएगी।
बीकानेर जिला कलेक्टर द्वारा अपने क्षेत्राधिकारियो से सख्त लहजे में कहा है कि आईजीएनपी की नहरों तथा पीएचईडी की पाइपलाइनों ओर जल भंडारण स्रोतों से पानी की चोरी करने वालों के विरुद्ध संबंधित विभाग द्वारा पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर पटवारी, ग्राम सेवक, बीट कांस्टेबल की संयुक्त मॉनिटरिंग टीम गठित करने तथा पूरी स्थिति पर मुस्तैदी से नजर रखने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आईजीएनपी तथा जलदाय विभाग द्वारा ऐसे पॉइंट्स का चिन्हीकरण किया जाए, जहां पानी चोरी की अधिक संभावना हो सकती है। इन स्थानों पर पुलिस का विशेष जाब्ता तैनात किया जाए।
जिला कलक्टर ने जिले के समस्त जल भंडारण स्रोतों की क्षमता, वर्तमान जलस्तर तथा नहरबंदी के दौरान वितरण की योजना के संबंध में जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित नहर बंदी के दौरान सभी संबंधित विभाग पूर्ण गंभीरता से काम करें, जिससे आमजन को किसी प्रकार की गर्मियों के मौसम में परेशानी नहीं हो। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की समस्त सेनेटरी डिग्गिया ओर जी एल आर भरवाने के निर्देश दिए।
आखिरकार पंजाब ने नहरबंदी की तारीख तय कर दी। मार्च महने से मई तक यानी कुल साठ पैसठ दिनों तक नहरबंदी रहेगी। मई के आखिरी सप्ताह में पंजाब राजस्थान नहर में पानी छोड़ेगा, जो जून के पहले सप्ताह तक बीकानेर पहुंच पाएगा। नहरबंदी के बावजूद राजस्थान के नाै जिलाें को अप्रैल महिने तक पीने का पानी मिलता रहेगा। अप्रैल महिने में नहर का पूरी तरह पानी बंद हो जाएगा। एक मई से दो या तीन जून तक नहरें पूरी तरह सूखी रहेंगी और इस दौरान इन नाै जिलाें को स्टोर किए गए पानी से ही काम चलाना होगा।
अब राजस्थान में डिग्गी, पौंड और जलाशय जल्दी ही भरने होंगे, ताकि पंजाब से रोज मिल रहे पीने के पानी का उपयोग रोजर्मरा के काम में लिया जा सके। नहरबंदी की तिथि तय होने के साथ ही वहां ठेकेदारों ने भी नहर मरम्मत की तैयारियों को अंतिम रूप देने लगे हैं। नहर किनारे मरम्मत का सामान जुटाया जाने लगा है। तमाम तरह की मशीनों से लेकर बजरी, सीमेंट आदि एकत्र किया जाने लगा है। राजस्थान के इतिहास में दूसरी बार साठ पैसठ दिनों तक की नहरबंदी हो रही है। पहले एक महिने के लिए ही नहर बंद की जाती थी और इस दौरान पंजाब सीमा में आने वाली इंदिरा गांधी नहर की मरम्मत की जाती थी ।
नहरबंदी का असर आम आदमी पर अप्रैल महिने में नहीं होगा क्योंकि अप्रैल महिने तक पंजाब पेयजल के लिए पर्याप्त पानी देता रहेगा। असली दिक्कत अन्तिम सप्ताह अप्रैल से शुरू होगी जो जून के पहले सप्ताह तक होगी। बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, नागाैर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर और हनुमानगढ़ में पीने के पानी की भंडारण क्षमता एक महिने से ज्यादा नहीं है। इस दौरान हालात पर नियंत्रण के लिए जलदाय विभाग एक या दो दिन छोड़कर पानी सप्लाई करेगा। अप्रैल महिने में जलदाय विभाग पेयजल कटौती का एलान करेगा।
केन्द्रीय जल आयोग के एसपीआर कमिश्नर ने राजस्थान, पंजाब और भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के अधिकारियों से नहरबंदी की तैयारियों की समीक्षा की। राजस्थान के अभियंताओं ने बीबीएमबी चेयरमैन से पीने के पानी में इजाफा करने के लिए कहा, क्योंकि नाै जिलाें को पीने के लिए राेज करीब 2700 क्यूसेक पानी की जरूरत है, लेकिन अभी 2000 क्यूसेक ही मिल रहा है। बीबीएमबी चेयरमैन ने इस बिंदु को टेक्निकल कमेटी की मीटिंग में लाने की सलाह दी। जल्द ही बीबीएमबी इस कमेटी की बैठक बुलाएगा। पीने के पानी काे लेकर हमने बीबीएमबी काे अपनी परेशानी बताई है। मामला टेक्निकल कमेटी में जाएगा और उम्मीद है कि हमें पीने का पर्याप्त पानी मिल जाएगा। हम नहरबंदी के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
अभियंता नगर खंड, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग बाड़मेर सतवीर सिंह यादव ने बताया की मार्च के आखिरी सप्ताह से मई तक प्रस्तावित साठ दिन की नहर बंदी के दौरान बाड़मेर शहर की जल सप्लाई नियमित रूप से की जाएगी, पिछले वर्ष की नहर बंदी में भी किसी प्रकार की जल सप्लाई में बाधा नहीं आई थी ,विभाग ने प्रस्तावित नहर बंदी के लिए पर्याप्त जल संग्रह कर लिया है इसके साथ ही बाड़मेर के जल उपभोक्ताओं से यह निवेदन है और अपेक्षा भी है कि जल का सही से उपयोग करें ,कनेक्शन पर नल टौंटी जरूर लगायें, नल खुला नहीं छोड़े ,नहरी पानी का सही से उपयोग करें दुरुपयोग नहीं करें, निर्माण कार्यो में विभाग द्वारा वितरित पीने योग्य पानी का उपयोग नहीं करें, अपने जल कनेक्शन की सर्विस लाईन के लीकेज तुरंत ठीक करायें।
– राजस्थान से राजूचारण