कानपुर-छेड़छाड़ से परेशान थी छात्रा, पुलिस ने बनाया समझौते का दबाव तो फांसी से लटक कर दी जान। मृतक छात्रा के पिता का आरोप है कि छेड़खानी की शिकायत के बाद पुलिस दोनों आरोपी छात्रों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें और बेटी को जेल भेजने की धमकी देकर समझौता करने का दबाव बना रही थी.
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीसीए सेकेंड ईयर की छात्रा ने छेड़खानी से तंग आकर आत्महत्या कर ली. मृतक छात्रा के पिता का आरोप है कि छेड़खानी की शिकायत के बाद पुलिस दोनों आरोपी छात्रों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें और बेटी को जेल भेजने की धमकी देकर समझौता करने का दबाव बना रही थी. इस बात से परेशान होकर छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
कॉलेज के ही छात्रों पर आरोप
छात्रा के परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी CSJMU (कानपुर यूनिवर्सिटी) में BCA सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रही थी. इसी कॉलेज में BCA सेकेंड ईयर में पढ़ने वाला अनिकेत दीक्षित और बीसीए थर्ड ईयर के छात्र अनिकेत पांडेय दोस्ती करने के लिए उनकी बेटी को परेशान कर रहे थे. जब उनकी बेटी ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उसके साथ छेड़छाड़, गाली गलौज और अश्लील कमेंट करना शुरू कर दिया.
यूनिवर्सिटी के निदेशक से की थी शिकायत
छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी ने इसी साल 31 जनवरी को यूनिवर्सिटी के निदेशक को पूरे मामले की लिखित में शिकायत की थी. इस शिकायत के बाद निदेशक ने छात्रा और आरोपी अनिकेत का सेक्शन को बदलने का निर्देश दिया था.
HOD ने भी बनाया था दबाव
मामला जब यूनिवर्सिटी के निदेशक तक पहुंचा, तो उन्होंने दोनों छात्रों के सेक्शन बदलने का निर्देश दिए. छात्रा के पिता का आरोप है कि, निदेशक के निर्देश के बावजूद एचओडी ममता तिवारी ने आरोपियों का साथ देते हुए छात्रा पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया. साथ ही छात्रा को सस्पेंड करने की धमकी भी दी.
12 मार्च को दी तहरीर
छात्रा की मां ने बताया कि कॉलेज ने भी जब आरोपी छात्रों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया, तो 12 मार्च को परेशान होकर कल्याणपुर पुलिस को तहरीर दी गई, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
-कानपुर से आकाश रावत की रिपोर्ट