छतरपुर में सौंदर्य बिखरा पड़ा है, देखने की नजर चाहिए: एसपी

*राहुल त्रिपाठी के म्यूजिक वीडियो का हुआ विमोचन
*वीडियो में संगीत के साथ दिखी बुन्देली लोकेशन की जुगलबंदी
छतरपुर- जो लोग छतरपुर जिले के बाहर रहते हैं और छतरपुर घूमने आते हैं तो वे अक्सर सिर्फ खजुराहो के बारे में चर्चा करते हैं जबकि मैं ऐसे लोगों को सुझाव देता हूं कि छतरपुर जिले की सुंदरता सिर्फ खजुराहो तक सीमित नहीं है बल्कि यहां की कई ऐसी लोकेशन्स हैं जिनकी सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देती है। गंगऊ, कुटनी जैसे बांधों के आसपास सूर्योदय और सूर्यास्त के अद्भुत नजारे हैं जिन्हें कैमरे में कैद करना संभव नहीं है। इन्हें देखने के लिए हमें कलाकारों की नजर चाहिए। यह काम गायक राहुल त्रिपाठी और सिनेमेटोग्राफर ऋषिदेव सिंह की टीम ने कर दिखाया है।
उक्त उद्गार छतरपुर के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने गुरूवार को जेपी सिनेमा में आयोजित म्यूजिक वीडियो ”चले थे जहां सेÓÓ के विमोचन समारोह में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस गीत का लेखन, संगीत, आवाज और फिल्मांकन छतरपुर की प्रतिभाओं और यहां के स्थलों की सुंदरता को दूर-दूर तक पहुंचाने में कामयाब होगा। उन्होंने पूरी टीम को बधाई दी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद आकाशवाणी के पूर्व निदेशक सुरेन्द्र तिवारी ने कहा कि बुन्देली संस्कृति बहुत ही संपन्न संस्कृति है। कलाकार यदि इस संस्कृति के साहित्य और सृजन को अपने माध्यमों से प्रचारित करें तो यह दुनियाभर में लोकप्रिय होने की ताकत रखती है। उन्होंने कहा कि हमारे लोक संगीत में ऐसे रूपकों का इस्तेमाल किया गया है जिनका आज तक किसी दूसरी संस्कृति में उपयोग नहीं किया गया। उन्होंने इस गीत की जमकर तारीफ करते हुए पूरे दल को सराहा। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि बुन्देलखण्ड की जानी-मानी गायिका उर्मिला पाण्डेय ने कहा कि इस गीत में एक माधुर्य है, सुकून है जो हमें भीतर तक पूर्णत: देता है। उन्होंने भी इस गीत को रचने वाली पूरी टीम को शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम के शुभारंभ पर सरस्वती पूजन के बाद स्वागत भाषण देते हुए इस गीत के रचियता, संगीत निर्देशक और गायक राहुल त्रिपाठी ने बताया कि वे एमबीबीएस कर रहे थे और फाइनल इयर में उन्हें एहसास हुआ कि उनका जुनून संगीत है। उन्होंने अपने जूनून को साधते हुए संगीत रचने की शुरूआत की थी। पिछले लगभग 7 वर्षों से वे लगातार मुंबई और छतरपुर के नौगांव में रहकर अनेक गीत रच चुके हैं। यह पहला गीत है जिसे उन्होंने म्यूजिक वीडियो के रूप में अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है। इस वीडियो फिल्म को अपने कैमरे से खूबसूरत बनाने वाले सिनेमेटोग्राफर ऋषिदेव सिंह ने कहा कि उन्हें छतरपुर और बुन्देलखण्ड से बहुत प्यार है और वे चाहते हैं कि अपने जिले की खूबसूरती को कैमरे के माध्यम से वे दूर-दूर तक पहुंचाएं। उन्होंने इस गीत में छतरपुर की लोकेशन को फिल्माने की कोशिश की है जिसे लोगों ने जमकर सराहा। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों का स्वागत कलाकार दिनेश शर्मा, आदर्श परमार, मनोरथ सिंह, वीडियो के एडीटर वैभवश्री, रूपेश असाटी आदि ने किया। इस कार्यक्रम में नगर के अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। सभी ने थिएटर में गीत के पोस्टर विमोचन के बाद स्क्रीन पर इस गीत का आनंद लिया।

– संजय अवस्थी,छतरपुर

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