घोसी विधायक फागू चौहान बने बिहार के राज्यपाल:क्षेत्र में खुशी की लहर

आजमगढ़- घोसी विधायक फागू चौहान बिहार के राज्यपाल बनाए गए हैं, इसकी जानकारी होते ही क्षेत्र में खुशी की लहर है। शेखपुरा, बददोपुर, आजमगढ के मूल निवासी फागू चौहान का जनवरी 1961 में जन्‍म हुआ था।मार्च 1985 में पहली बार नवीं विधानसभा में उनका चयन हुआ था। जनपद की घाेसी विधानसभा से छठीं बार विधायक और उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल बनाए जाने की जानकारी होते ही जिले में खुशी का माहौल है। जबकि गुजरात की मुख्यमंत्री रहीं आनंदी बेन को उत्तर प्रदेश का राज्‍यपाल बनाया गया है। जनपद के लोकप्रिय व जनाधार वाले विधायकों में गिने जाने वाले श्री चौहान पिछड़े वर्ग के प्रभुत्व वाले नेताओं में आते हैं। 1985 में चौधरी चरण सिंह की पार्टी दमकिपा से विधायक बनकर राजनीतिक सफर शुरू करने वाले फागू चौहान मूलत: आजमगढ़ जनपद के शहर से लगे गांव शेखपुरा बद्दोपुर के रहने वाले हैं। दूसरी बार रामलहर में 1991 में उन्होंने घोसी विधानसभा में भगवा फहराया। 1996 में हुए विधानसभा के उपचुनाव में तीसरी बार भाजपा से विधायक बने। 1997 में उन्हें रामप्रकाश गुप्त एवं राजनाथ सिंह के मंत्रिमंडल में संस्कृति, पूर्त धर्मस्व तथा पशुधन एवं मत्स्य विभाग का मंत्री बनाया गया। वर्ष 2002 में चौदहवीं विधानसभा में चाैथी बार भाजपा से विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद वर्ष 2007 में वे बसपा में शामिल हो गए तथा बसपा के टिकट चुनाव लड़कर वे सदन में पहुंचे। मुख्यमंत्री मायावती के मंत्रिमंडल में परिवार कल्याण मंत्री बनाया गया। वर्ष 2007 का चुनाव भी बसपा से लड़कर सदन में पहुंचे और कारागार, प्रशासन सुधार एवं राजस्व मंत्री का पद संभाला। 2012 के चुनाव में वे सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह से हार गए थे। वर्ष 2014 में मोदी लहर पुन: भाजपा में वापसी किए और वर्ष 2017 में पुन: भाजपा के टिकट पर विधानसभा में पहुंचे। इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद मंत्री पद के प्रबल दावेदार होने के बाद भी मंत्री तो नहीं बनाया गया किंतु पिछड़ा वर्ग में उनके प्रभुत्व और लोकप्रियता तथा जनाधार एवं वरिष्ठता को देखते सरकार ने राज्य पिछड़ा वर्ग का अध्यक्ष मनोनीत कर काबीना मंत्री का दर्जा प्रदान किया। जनपद की घोसी विधानसभा में तीन बार भगवा लहराने वाले की वरिष्ठता एवं सादगी को देखते हुए राष्ट्रपति ने उन्हें बिहार का राज्यपाल मनोनीत किया है।

रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़

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