मध्यप्रदेश/तेन्दूखेड़ा – तेन्दूखेड़ा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पतलोनी में इस महामारी के बीच गांव के लोगों को ग्राम पंचायत द्वारा काम कराया जा रहा है जिससे कि ग्राम पंचायत मे ही लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं और लोगों को इस महामारी के बीच अन्य जिलों तथा शहरों में काम की तलाश में पलायन नहीं करना पड़ रहा है इसके साथ ही अन्य लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। इस लिहाज से प्रदेश में लगे लॉकडाउन में सरकार और ग्रामीण दोनों की मांग के अनुसार आपूर्ति कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में संतुलन बनाया जा रहा है।
ग्राम पंचायत पतलोनी में खेरमाई से बनाई जा रही सुदूर सड़क में कार्य में गांव के ही लोगो को काम दिया जा रहा है जिससे कि गांव के लोगों की आजीविका चल सकें और प्रदेश सरकार के नियमों का पालन हो सके निर्माण कार्य करा रहे मगन सिह लोधी क्षने बताया कि पहले मनरेगा के भुगतान में विलंब के कारण मजदूर राज्य से बाहर मजदूरी करने को विवश थे। अब मनरेगा में भुगतान त्वरित होने से मजदूरों में मनरेगा कार्यों के प्रति विश्वास पुनः बढ़ा है। बताया कि वर्तमान में लगभग 70 श्रमिक मनरेगा कार्यों से रोजगार प्राप्त कर अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं। कोरोना की महामारी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लोग घरों में सिमटकर रह गए हैं। सब उद्योग, धंधे बंद हैं, केवल जरूरी कामकाज ही चल रहे इस समय उन प्रवासी मजदूरों को भी दो वक्त की रोटी मुहैया करा रहा है, जो वापस गांव लौट रहे हैं। सरकार के प्रयासों से इन लोगों को अपने घर के पास ही काम मिल रहा है और स्थायी संपत्तियों का निर्माण भी किया जा रहा है। मनरेगा में काम के दायरे को बढ़ाने के लिए सरकार ने दूसरे सभी ऐसे विभागों को भी मनरेगा से जोड़ दिया है, जिसमें मानव श्रम की आवश्यकता हो, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके।
– विशाल रजक,मध्यप्रदेश