झाँसी। गांव में जो अति गरीब हैं, उन्हें किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है, ऐसे गरीबों को चिह्नित कर योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाए। इसकी मानीटरिंग शासन स्तर से होगी। साथ ही थर्ड पार्टी सत्यापन भी कराया जाएगा। गोद लिए गए गांव में अधिकारी महिलाओं से घरेलू हिंसा व छेड़छाड़ संबंधी जानकारियां अवश्य लें। बुंदेलखंड में अधिक समस्याएं हैं। जिनमें सबसे अधिक पानी की है। यह कहना है समाज कल्याण आयुक्त चंद्रप्रकाश का। जिन्होंने आज झाँसी के सर्किट हाउस सभागार में सोशल सेक्टर से संबंधित योजनाओं की समीक्षा की है।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी महत्वपूर्ण हैं और क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। इसे चुनौती के रूप में ले तो अवश्य ही कार्य अच्छा होगा। प्रदेश के अन्य हिस्सों से अलग समस्याएं हैं। बुंदेलखंड में बारिश नहीं होती और अन्ना प्रथा भी एक चुनौती है। यदि मन में ठान लें तो यहां की समस्याएं दूर हो सकती हैं। समाज कल्याण आयुक्त ने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान में चिह्नित लाभार्थियों को भारत एवं प्रदेश सरकार की योजनाओं से संतृप्त किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, समस्त पेंशन, शादी अनुदान योजना, राष्ट्रीय पारीवारिक समेत कई योजनाओं की समीक्षा की। बुंदेलखंड में जल समस्या से निपटने के लिए उन्होंने सभी विभागों को सामूहिक प्रयास कर योजना बनाए जाने के निर्देश दिए। यदि हम अधिकतम वृक्षारोपण करें तो लाभ होगा। सिंचाई विभाग जो भी तालाब बना रहा है। उसे लगभग तीन मीटर गहरा किया जाए। गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में, इस योजना पर काम किया जाए। डैम के आसपास वृक्षारोपण किया जाए।
मंडलायुक्त श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तव ने मंडल में सोशल सेक्टर की योजनाओं के विषय में जानकारी दी। इस मौके पर जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी, एसएसपी विनोद कुमार सिंह, सीडीओ ए दिनेश कुमार, नगर आयुक्त प्रताप सिंह भदौरिया समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
-उदय नारायण, झांसी