गांधी जी देश में गरीबी, निरक्षरता और अस्पृश्यता जैसी बुराइयों और कुरीतियों से मुक्ति चाहते थे – मुख्य विकास अधिकारी

सहारनपुर- मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार ने कहा कि 02 अक्टूबर का दिन गौरव का विषय है। आज के दिन महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म हुआ था। दोनो ही आदर्श थे तथा दोनों त्याग की प्रतिमूर्ति थे आजादी से महात्मा गांधी का अर्थ केवल अंग्रेजी शासन से मुक्ति का नहीं था। बल्कि वह गरीबी, निरक्षरता और अस्पृश्यता जैसी बुराइयों और कुरीतियों से मुक्ति का सपना देखते थे। वह चाहते थे कि देश के सारे नागरिक समान रूप से स्वाधीनता और समृद्धि के सुख भोगें। वह केवल राजनीतिक स्वतंत्रता ही नहीं चाहते थे, अपितु जनता की आर्थिक, सामाजिक और आत्मिक उन्नति भी चाहते थे। लाल बहादुर शास्त्री देश के प्रधानमंत्री बनने वाले ऐसे सरल और साधारण व्यक्ति थे जिनके जीवन का आदर्श प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वही रहा। भारत में बहुत कम लोग ऐसे हुए हैं जिन्होंने समाज के बेहद साधारण वर्ग से अपना जीवन शुरू कर देश के सबसे पड़े पद को प्राप्त किया विजय कुमार आज कलेक्ट्रेट परिसर में महात्मा गांधी व लाल बाहदुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर बोल रहे थे। महात्मा गांधी जी की कथनी व करनी में अन्तर नहीं था। गांधी जी ग्राम उद्योग संघ, तालीमी संघ, और गो रक्षा संघ, स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। महात्मा गांधी जी ने स्वाधीनता दिवस में भाग लिया तथा किसी पद की लालसा नहीं की। इतना विशाल आदर्श तथा प्रतिमान महात्मा गांधी जी द्वारा किया गया है। महात्मा गांधी जी ने स्वच्छता पर बल दिया था और आज भी स्वच्छ भारत मिशन के नियमों का पालन किया जा रहा है। जहां स्वच्छता होती है वहां बीमारी कम देखने को मिलती है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी का चाहे रेल दुर्घटना के बाद उनका रेल मंत्री के पद से इस्तीफा हो या 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में उनका नेतृत्व या फिर उनका दिया नारा जय जवान, जय किसान आज देश में चरित्रार्थ होता हुआ नजर आता है जब देश खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर है।लाल बहादुर शास्त्री ने सार्वजनिक जीवन में श्रेष्ठता के जो प्रतिमान स्थापित किए हैं, उसके बहुत कम उदाहरण मिलते हैं। विजय कुमार ने इस अवसर पर कर्मियों से कहा कि कार्यालय में आने वाले व्यक्तियों की समस्याओं को गंभीरता से सुनें और उसका निस्तारण करें। यदि आपके पटल से उस समस्या का निस्तारण संभव नहीं है, तो संबंधित पटल के बारे में उसे जानकारी दें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) डॉ. अर्चना द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) रजनीश कुमार मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट विवेक चतुर्वेदी, डिप्टी कलेक्टर एस0एन0शर्मा तथा कलेक्ट्रेट का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।

– सहारनपुर से सुनील चौधरी

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