फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। प्रदेश की सरकार भले ही हर गरीबों को राशन के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन अफसरों की लापरवाही से दबंग राशन डीलर गरीबों के निवाले पर डाका डाल रहे हैं। उन्हें किसी का डर नहीं है। ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार द्वारा ई पास मशीन पर अंगूठा लगवा लिया जाता है और राशन के लिए एक-दो दिन के बाद ले लेना कहकर टरका दिया जाता है।शहर के वार्ड 62 सिकलापुर के सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान प्रमोद कुमार पिछले कई सालों से चला रहे हैं। यहां के राशन लेने वाले लोगों का कहना है कि राशन न मिलने पर आपूर्ति विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई। जब इसकी जानकारी कोटेदार को हुई तो उसने ग्राहकों को टरकाना शुरू कर दिया। सिक्लापुर की रहने वाली रेनू झा का कहना है कि दो महीने से कोटेदार द्वारा अंगूठा लगवा लिया जाता है और राशन लेने के लिए चार-पांच दिन बाद आने को कहता है। जब लेने पहुंचे तो कहता है कि अब फ्री वाला राशन के लिए अंगूठा लगा दो तब दोनों एक साथ ले जाना। पूरा महीना बीत गया न रुपया वाला और न फ्री वाला राशन मिला। जब इसकी शिकायत जिला आपूर्ति अधिकारी से की लेकिन कुछ नहीं हुआ। यह की रहने वाली सावित्री देवी का कहना है कि एक तो कोटेदार महीने भर में मुश्किल से दस बारह दिन ही राशन की दुकान खोलता है। वह भी कुछ समय अंगूठा लगवाता है और कुछ दिन मशीन में सिग्नल ही नहीं आते हैं। कुछ लोग कोरोना काल में अंगूठा लगाने से भी घबरा रहे हैं क्योंकि दुकान पर सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद हर महीने 20 से 25 परिवारों को राशन नहीं मिल पाता।
राशन वितरण बंद नहीं करेंगे कोटेदार
उत्तर प्रदेश सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद लखनऊ इकाई बरेली के जिला अध्यक्ष हरि सिंह गंगवार का कहना है कि प्रदेश के तीनों संगठनों ने कोटेदार के हित में पांच अगस्त से मांगे पूरी न होने के कारण पूरे प्रदेश में वितरण ठप करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अशोक मेहरोत्रा से हुई वार्ता के क्रम में 5 अगस्त को राशन का वितरण पूर्व की भांति किया जाएगा कोटेदारों की कमीशन, परिवहन किराया, खाली जूट के बोरों का भुगतान 3 या 4 दिनों में हो जाएगा उन्होंने कहा कि अगर सरकार भुगतान नहीं करती है तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्य योजना का उठान कोटेदार बंद करने को मजबूर होंगे।।
बरेली से कपिल यादव