बरेली। जनपद मे गंगा दशहरा पर रामगंगा नदी के अलग-अलग घाटों पर पांच श्रद्धालुओं डूब गए। पांचों की मौत हो गई। गोताखोरों ने इनके शव निकाले। मरने वालों में तीन नाबालिग है। एक किशोर को समय रहते बचा लिया गया। तीन शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया, जबकि दो मृतकों के परिवारों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।थाना भमोरा क्षेत्र मे रामगंगा के मुड़किया घाट पर स्नान करने के दौरान चार बच्चे गहरे पानी मे डूब गए। इनमें से गौसगंज गांव निवासी सुमित को बचा लिया गया। जबकि गौसगंज निवासी अनुज और उसके चचेरे भाई अरविंद की मौत हो गई। इनके साथ नहा रहे कीरतपुर गांव निवासी छोटू की भी डूबने से मौत हो गई। छोटू की उम्र दस साल और बाकी की पंद्रह साल के करीब है। हादसे के बाद आंवला तहसील प्रशासन और थाना पुलिस मौके पर पहुंची। छोटू के परिजन उसका शव साथ ले गए। बाकी दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वही आंवला के शिवपुरी सिरौली थाना क्षेत्र के कैलाश गिरि मढ़ी के निकट रामगंगा नदी में दशहरा गंगा पार स्नान करने गए दो युवकों की डूबकर मौत हो गई। सिरौली के गुरुगांव गांव निवासी हरेंद्र यादव (22 वर्ष) और आकाश ( 21 वर्ष) के रूप में शिनाख्त हुई है। गोताखोरों ने दोनों को नदी से बाहर निकाल लिया है। दोनों की मौत से परिवारों मे कोहराम मचा गया। हरेंद्र के परिजनों ने पोस्टमार्टम से इन्कार कर दिया। वहीं, शहर के पास रामगंगा घाट पर तीन बच्चों को सुभाषनगर पुलिस और गोताखोरों ने डूबने से बचा लिया। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने दोनों घटनास्थल पर जाकर दुख जताया। डीएम और एसएसपी ने भी घटनास्थल का मुआयना कर परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। गंगा दहशरा मेला के मुख्य स्नान का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। प्रमुख घाटों पर स्नान करने वालों की सुरक्षा के लिए नाव और किसी दुर्घटना की आशंका से गोताखोर भी तैनात किए गए लेकिन फिर भी मुड़किया घाट पर तीन बच्चों के डूबने की घटना हो गई।।
बरेली से कपिल यादव