वाराणसी- बड़ागाँव विकास क्षेत्र के अखोड़ा गाँव मे स्वर्गीय गोपाल सिंह की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय प्रतियोगिता के दूसरे दिन घोड़ा दौड़ में मुख्य अतिथि के रूप में आये प्रख्यात हास्य कलाकार राजपाल यादव ने पत्रकारों से खेल के विषय पर बात करते हुए कहा कि खेल और रेस जीवन मे सकारात्मक उर्जा देती है खेल चाहे जिस भी तरह का हो खेला जाना चाहिए और खेल को बढावा भी देना चाहिए और हमारी ईच्छा है कि पूर्वान्चल मे खेल का एक बड़ा हब बनना चाहिए और मुझे जब भी इस तरह के आयोजनो मे बुलाया जाता है मै सहर्ष वहाँ पहुचता हूँ महाराष्ट्र के ताजा घटना क्रम पर राजपाल ने हँसते हुए कहा कि मै अभिनेता हू अभिनय की बात करिए राजनीति और सत्ता की लडाई हजारो साल पुरानी है इसकी ब्याख्या और टिप्पणी मेरे जैसा व्यक्ति अभी नही कर सकता मै सभी सरकारो को अभी सिर्फ शुभकामना ही दे सकता हूँ। अन्त मे उन्होने कहा कि मै भी एक राजनैतिक पार्टी बनाया हू और कभी मौका मिला तो अपने जन्मभूमि यानि उत्तर प्रदेश को आदर्श प्रदेश बनाने मे अपना सौ प्रतिशत दूगा और रेस मे आये हुए सभी पहलवानो को शुभकामना देते हुए कि कहा कि आप अपने अपने फन के मुताबिक अपने खेल के प्रति निरन्तरता बनाये रखे क्योकि खेल संघर्ष के साथ आगे बढने की कला सिखती है, जीवन मे खेल.उतना ही जरुरी है जितना दूसरा अन्य कार्य और अन्त मे राजपाल यादव ने और कुश्ती घोड़ा दौड़ का आयोजन करने पर आयोजक को धन्यवाद देते हुए कहा कि बनारस जनपद के अकोढा गांव आने का सौभाग्य मुझे प्रदान करने के लिए आपलोगो को तहे दिल से धन्यवाद देता हू तथा यदि मुझे हर साल इस आयोजन मे बुलाया जायेगा तो मै अवश्य आऊगा क्योकि मै स्वतः घोडे़ और घुडसवारी का प्रेमी हू तथा मै अपने घर मे घोडा रखता भी हू एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि जब मै अपने गाव मे रहता था तो मेरे पास कई घोडे थे जिसमे एक घोडी थी जो मुझे सबसे प्रिय थी उस घोडी के लिए पुलिस.के लोग आये तो मेरे ताउ ने यह कहकर मना कर दिया कि इस घोड़ी को मै नही बेचूगा यह राजपाल की सबसे चहेती घोडी़ है जब उस घोडी़ की मृत्यु हुई तो मैने उस घोडी को अपने घर के अहाते मे ही दफन कराया न कि किसी खेत या अन्य जगह पर इस लिये कहता हू कि जो ब्यक्ति जानवर से प्रेम करता है वह जीवन मे कभी दुखी नही हो सकता।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय के साथ(नौसाद खाँ)पिंडरा वाराणसी