फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। ब्लॉक फतेहगंज पश्चिमी के भोलापुर शंखापुर गांव में एक साल का बच्चा खेलते खेलते एक जिंदा सांप के बच्चे को निगल गया। उसकी मां की नजर जब बच्चे पर पड़ी तो सांप की पूंछ मुंह के बाहर लटकी देखी तो उसके होश उड़ गए। उसने तुरंत भागकर सांप की पूंछ पकड़कर बच्चे के मुंह से बाहर खींचा। सांप को बाहर निकालने के बाद घबराए परिजन तुरंत बच्चे और सांप को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां उसे भर्ती कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के गांव भोलापुर शंखापुर निवासी धर्मपाल ने बताया कि उनका एक वर्षीय बेटा देवेंद्र शनिवार की सुबह घर पर खेल रहा था। उसकी मां सोमवती घर के कामों में व्यस्त थी। धर्मपाल खुद अपने काम पर जाने की तैयारी कर रहे थे। उसी दौरान खेल रहे बच्चे के पास अचानक सांप का बच्चा आ गया। देवेंद्र ने नादानी में उसे उठा लिया और खेलने लगा। इसके बाद उसने सांप के बच्चे को मुंह में रख कर निगलना शुरू कर दिया और सांप धीरे धीरे अंदर जाने लगा। उसकी मां सोमवती की जैसे ही बच्चे पर नजर पड़ी तो देखा कि देवेंद्र काफी समय से कुछ खा रहा है और लगातार अपना मुंह चला रहा है। सोमवती उसके पास गई तो देवेंद्र के मुंह में सांप की पूंछ दिखी। सोमवती ने तुरंत सांप की पूंछ पकड़कर उसे बाहर खींच लिया। इसके बाद सांप और देवेन्द्र को लेकर परिजन जिला अस्पताल पहुंच गये। वहां पर मौजूद ईएमओ डॉक्टर हरीश चन्द्रा ने देवेन्द्र को भर्ती कर लिया। उसकी हालत खतरे से बाहर होने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। देवेंद्र के मुख से निकाले गए सांप के बच्चे की लंबाई 7 इंच थी। उसका फन भी निकलना शुरू हो गया। बच्चे ने सांप के बच्चे को मुंह में रखकर चबाने की कोशिश की थी। बच्चे के मुंह में सांप के बच्चे का दम घुटने से उसकी मौत हो गई। घर पहुंचने के बाद देवेंद्र के परिवार वालों ने सांप के बच्चे जंगल में ले जाकर दफन कर दिया। डाक्टरों का कहना था कि यदि सांप के बच्चे को बाहर नहीं निकाला जाता तो शायद बच्चे का भी दम घुट सकता था और उसकी भी जान जा सकती थी।।
बरेली से कपिल यादव