आज़मगढ़ – कंधरापुर थाना के मातनपुर गाँव में दलित बस्ती के समीप अल सुबह खेत की तरफ निकली शिक्षिका की गला दबा कर हत्या करने के बाद घसीट कर समीप के तालाब में फ़ेंक दिया गया। काफी देर तक घर वापस न लौटने के बाद ब खोजबीन शुरू हुई तो शव पोखरे में मिलने के बाद सनसनी मच गयी। परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना के बाद पहुँची पुलिस को शव नहीं उठाने दिया गया और डीएम एसपी को बुलाने पर ग्रामीण अड़ गए। दोपहर में पूरा प्रशासन मौके पर पहुंचा और घटना के जल्द खुलासे और पीड़ित परिवार को अनुमन्य आर्थिक मदद का भरोसा दिया गया तब पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टेम को भेज सकी। एसपी व डीएम ने इस प्रथम दृष्टया हत्या मानते हुए जांच की बात कही। मातनपुर गाँव निवासी दलित रविन्द्र की पुत्री 26 वर्षीया कविता बीएड एमएड की पढ़ाई के बाद स्कूल में पढ़ाती थी। उसकी शादी हो चुकी थी लेकिन दो वर्ष पूर्व उसका पति से तलाक हो चुका था और पति ने दूसरी शादी कर ली थी और उससे कोई मतलब नहीं था। कविता पिता के साथ ही रह रही थी। वह रोजाना की तरह तड़के उठ कर घर से बाहर निकली थी कि करीब 50 मीटर की दूरी पर उसके साथ हादसा हुआ। नम मिट्टी पर तालाब तक घसीटे जाने के निशान थे, रास्ते में ही चप्पल व मोबाइल भी पड़ी थी। साफ़ था कि उसके साथ जबरदस्ती की कोशिश की गयी थी और आशंका है कि विरोध करने पर गला दबा कर हत्या की गयी। हालांकि मौके पर पहुंचे डीएम शिवाकांत द्विवेदी, एसपी रवि शंकर छवि मामले में पड़ताल की बात कही और जल्द खुलासे का दावा किया।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़