बरेली। कोरोना संकट के कारण पूरे देश में तीसरी बार लॉकडाउन बढ़ाया गया है। इस दौरान कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आ रहे है। इस बार लॉकडाउन में पवित्र महीना रमजान पड़ा है। सुन्नी बरेलवी का सबसे बड़ा दरगाह आला हजरत से अपील की गई है कि इस कोरोना वायरस से पूरा देश वह दुनिया भर के लोग परेशान हैं। लॉकडाउन की वजह से भुखमरी, बेरोजगारी का संकट बना है, ऐसे में धूमधाम से ईद कैसे मना सकते है। दरगाह आला हजरत प्रमुख मोहम्मद सुब्हानी मियां ने मुसलमानों से अपील की है इस बार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सादगी से ईद मनाए। दरगाह आला हजरत से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि दरगाह प्रमुख मोहम्मद सुब्हान रजा खान की तरफ से तमाम अहले सुन्नत मुसलमानों से अपील की गई है कि कोरोना संक्रमण की वजह से दुनिया में बहुत से लोग इस बीमारी से ग्रसित होकर दुनिया छोड़ कर चले गए और कितने जिंदगी और मौत से जूझ रहे है। साथ ही कहां कि दूसरी तरफ लॉक डाउन की वजह से बेशुमार लोग भुखमरी और बेरोजगारी का शिकार हो गए हैं। हर तरफ तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है। ऐसे में हम और आप ईद की खुशियां नए-नए कपड़े खरीद कर धूम-धाम से कैसे मना सकते है। दरगाह प्रमुख ने कहा कि वैसे भी रमजान में पूरे रोजे रखकर नए कपड़े पहनकर दो रकाअत ईद-उल-फितर वाजिब की नमाज अदा करने का नाम है। मुसलमान घर व मस्जिदों में पांचों वक्त की नमाज, जुमा नमाज, तरावीह पढ़ने से महरूम है। ईद में भी नमाज-ए-ईद पढ़ने की इजाजत मिलने के आसार दिखाई नहीं दे रहे। ऐसे हालात में हमारी अपील है कि सब्र के साथ सादगी भरे अंदाज में ईद मनाये। उन्होंने कहा कि अपने घर में सेवई जरूर बनाएं लेकिन अपने पड़ोसी का भी ख्याल रखें। अगर उसके घर ईद का इंतजाम नहीं हो पा रहा तो पड़ोसी उसकी जिम्मेदारी भी निभाए। अल्लाह की बारगाह में तौबा करें। सबसे खास बात यह की सोशल डिस्टेंसिंग से ही ईद मनाए व भीड़भाड़ वाली जगहों पर ना जाएं।।
बरेली से कपिल यादव