बरेली। ईद के अवकाश के बाद कलेक्ट्रेट परिसर में पास बनवाने और परमिशन लेने वालों की भारी भीड़ गेट पर देखी गई। जहां नौ बजे से ही साठ से अधिक लोग लाइन में लग गए। भीड़ को काबू करने के लिए गेट पर एक एसआई व कई पुलिसकर्मियों को लगाया गया। चकबंदी ऑफिस मे पांच पांच लोगों को अंदर भेजा जा रहा है बाकी अन्य लोगों से गेट पर पेड़ के नीचे छाया में खड़े रहने को कहा जा रहा है। अब एडीएमई कार्यालय में तैनात कर्मचारी पास बनवाने वालों से सीधे तौर पर बात नहीं कर रहे है। वे उनको दूर से ही चकबंदी विभाग में जाने का इशारा कर देते है। तेज धूप में साहब का इंतजार करने के बावजूद मंगलवार को भी लोगों के पास नहीं बन सके। उनको मायूस होकर बैरंग घर लौटना पड़ा। आरोप है कि कलेक्ट्रेट में पास बनवाने के नाम पर रिश्वत का खेल चल रहा था जिसकी ऑडियो वायरल होने के बाद डीएम नितीश कुमार ने कुछ दिन पहले एडीएम कार्यालय में तैनात चपरासी को सस्पेंड कर दिया था। उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। इसके बाद भी एक बाबू की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। ऐसे में अब कर्मचारी पास बनवाने वाले लोगों से सीधे बात नहीं कर रहे है। वे उनसे दूर से ही चकबंदी विभाग की ओर जाने का इशारा कर रहे है। कलेक्ट्रेट गेट से पांच-पांच लोगों को दफ्तर में जाने के लिए एंट्री दी जा रही है। शाम तक नंबर न आने पर तमाम लोग बिना पास बनवाए ही बैरंग लौट गए। सनराइज कॉलोनी में रहने वाले मुकुल शर्मा ने बताया कि जून में बेटी की शादी होना प्रस्तावित है। परमिशन के लिए आए है। काफी देर से लाइन में खड़े हैं लेकिन नंबर नहीं आया है।।
बरेली से कपिल यादव