कर्मचारी समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु विधुत मज़दूर पंचायत

वाराणसी। विधुत मज़दूर पंचायत की कर्मचारी समस्याओं के समाधान हेतु प्रबन्ध निदेशक पूर्वांचल विधुत वितरण निगम लिमिटेड से विस्तृत द्विपक्षीय वार्ता सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। सर्वप्रथम पूर्वांचल मंत्री श्री आर0के0वाही ने प्रबन्ध निदेशक महोदय को कुछ विशेस कारणों से बाहर होते हुए भी समय निकालकर अपने दिए गए समय पर उपस्थित होकर कर्मचारी समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु ततपरता दिखाने को बधाई दिया। आज पूरे पूर्वांचल में एक महामारी का रूप ले चुकी कर्मचारी समस्याओं के समाधान हेतु पंचायत के पदाधिकारियों द्वारा प्रबन्ध निदेशक से वार्ता हुई, जिसमे निविदा के द्वारा कार्य करने वाले कर्मचारियों को बिभाग के द्वारा निर्धारित वेतन ठीकेदार को दिए जाने वावजूद ठीकेदारों द्वारा निर्धारित बेतन भुगतान न दिए जाने पर संगठन प्रतिनिधियो द्वारा रोष प्रकट करने पर प्रबन्ध निदेशक ने इसके तवरित समाधान के लिए कुछ अधिकारियों और ठेकेदारों पर कार्यवाही की बात कही, इसी क्रम में सरकारी कर्मियों के जी0पी0एफ0/सी0पी0एफ0 की स्लिप न निर्गत होने, बैकल्पिक के व्यस्था से नियमित हुए कर्मियों की ई0पी0एफ0 का पैसा ,उनके साथ के 283 के सापेक्ष 39को कोर्ट द्वारा वेतन और सीनियरिटी का जो लाभ मिला था शेष पर भी लागू करने, स्मार्ट मीटर विभागीय देखरेख में लगवाने,आई0पी0डी0एस0 में हुए कामो की लापरवाही पर त्वरित कार्यवाही करने,पूर्वांचल में विभागीय कर्मियों की कमी को देखते हुए नए मानक द्वारा स्वीकृत पदों को जल्द शाशन से अनुमोदित कराने आदि 18सूत्रीय समस्याओ पर विस्तृत वार्ता हुई जिसपर प्रबन्ध निदेशक महोदय द्वारा संगठन के सभी मांगो को कारपोरेशन हिट में बताते हुए कड़े और कठोर कदम उठाने का अस्वासन दिया। अंत मे प्रबन्ध निदेशक महोदय ने पंचायत के सभी पदाधिकारियों का कर्मचारी समस्याओ पर इतनी बारीकी से अध्ययन उपरांत चर्चा के लिए बधाई दिया। वार्ता में शामिल आर0के0 वाही, डॉ0आर0 बी0 सिंह, राजनारायण सिंह,अंकुर पाण्डेय, जीउत लाल, विजय सिंह, राघवेंद्र गोस्वामी, संजय, चंद्रजीत,विकास कुशवाहा, अमितानंद, मनीष आदि लोग उपस्थित रहे।

रिपोर्ट महेश कुमार राय वाराणसी सिटी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।