कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार, ई-रिक्शा-टेंपो से अस्पताल आए मरीज, खड़ी की 82 एंबुलेंस

फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। एंबुलेंस चालकों व एमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) ने सोमवार से कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया। तीन दिन से चल रहे धरने के बाद भी कोई ध्यान न दिए जाने से आक्रोशित चालकों ने अपनी सेवाएं ठप कर दी। हालांकि तहसील मुख्यालयों पर इमरजेंसी में एक-एक एंबुलेंस छोड़ी गई, लेकिन मरीजों को खासी परेशानी हुई। उन्हे ई-रिक्शा, टेंपो या निजी वाहनों से अस्पताल आना पड़ा। एएलएस कर्मचारियों का समायोजन समेत कई अन्य मांग को पूरा करने के लिए कई दिन से प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस कर्मचारियों ने सोमवार को प्रदेश व्यापी हड़ताल कर दी। सुबह से ही कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया और एंबुलेंस फतेहगंज पश्चिमी में रबड़ फैक्ट्री के पास खड़ी कर दी। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कोरोना काल में जान की बाजी लगाकर लोगों का जीवन बचाने वाले कोरोना योद्धाओं की नौकरी संकट में पड़ गई है। नई कंपनी उनको नौकरी से निकालने पर तुली है। उन्होंने सरकार से मांग किया है कि उनकी समस्या का तत्काल समाधन किया जाए। एंबुलेंस की हड़ताल की वजह से दूर-दराज से अस्पताल आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार की सुबह तक जिले में संचालित 86 में से 82 एंबुलेंस स्टाफ ने फतेहगंज पश्चिमी में रबड़ फैक्ट्री के पास खड़ी कर दी। वहां एंबुलेंस स्टाफ जुट गया और जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों का कहना है कि अभी हाल में ही एम्बुलेंस का संचालन करने वाली जीवीके कंपनी एडवांस लाइफ सपोर्ट का टेंडर छोड़ दिया जो अब जिगित्सा कंपनी ने ले लिया है। जिगिक्सा कंपनी पुराने कर्मचारियों को नही रख रही है और वो लगातार 20 हजार रुपये की डीडी जमाकर भर्ती कर रही है। इस हालत में प्रदेश भर में 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस ओर काम करने वाले कर्मचारी बेरोजगार हो गए है। इन कर्मचारियों को न तो जीवीके रखने को तैयार नही है और न ही जिगित्सा रखने को तैयार है। इसके विरोध में एंबुलेंस कर्मचारी कई दिन से पट्टी बांधकर काम कर रहे थे। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा था। पूर्व में ही हड़ताल की चेतावनी दी गई थी। सोमवार को एंबुलेंस कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है। एम्बुलेंस यूनियन संघ के जिला अध्यक्ष अनिल गंगवार ने बताया कि संघ एंबुलेंस कर्मचारियों को एनएचएम में समायोजित करने की मांग कर रहा है। इसके साथ ही समान कार्य समान वेतन, कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले कर्मचारियों को 50 लाख बीमा राशि मुहैया कराई जाए। हड़ताल में दिनेश मौर्य, सुनील, अमित, साजिद, ओमप्रकाश, गिरीश, अशोक, नंदन, दयाशंकर, मनोहर, योगेंद्र, सतेंद्र, देवेश, संजय, मनीष, अरुण, चमन प्रताप, वीरजी, अमित, मनोज, सतेंद्र, बालेश, किशनपाल, अखिलेश, वीरेंद्र सहित दो दर्जन से अधिक कर्मचारी मौजूद रहे।।

बरेली से कपिल यादव

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