मीरजापुर -पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के निर्देश पर नक्सल प्रभावित मड़िहान थाने में गरीब छात्रों को 20जुलाई से निःशुल्क कोचिंग कराने की व्यवस्था लगभग पूरी कर ली गयी है।अति पिछड़े गरीब दलित के छात्रों को इलाहाबाद,वाराणसी आदि महानगर का रुख अब नही करना पड़ेगा।
नक्सल प्रभावित मड़िहान थाना क्षेत्र में एक सौ बीस में 57नक्सल गांव है।यहाँ सत्तर से अस्सी फीसदी आबादी खेत मजदूरी पर निर्भर है।आम जन का जीविकोपार्जन खेती में उपज के भरोसे रहता है।आर्थिक कमजोरी के कारण गरीब परिवार किसी तरह बच्चों को हाईस्कूल,इण्टर तक पढ़ाई की गाड़ी तो खींचते है।पर पैसे के अभाव में रोजी रोटी के लिए शिक्षित बेरोजगार युवक अन्य प्रांतों में मजदूरी करने चले जाते थे।जिससे आगे की पढ़ाई अथवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नही कर पाते थे।थानाध्यक्ष वीएस पटेल ने बताया कि नक्सल गांव के अलावा किसी भी गांव से छात्र छात्राओं का चयन किया जा रहा है।सोमवार को थाने में काउंसलिंग के दौरान गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले छात्र छात्राओं का चयन किया गया। ग्राम प्रधानों का सहयोग से गांव के होनहार प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, दरोगा, पुलिस, लेखपाल,पालीटेक्निक,आईटीआई इत्यादि तैयारी की जायेगी।
– मीरजापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट