उ.प्र. पुलिस वीमेन पावर लाइन 1090 द्वारा महिलाओं को किया गया जागरूक

वाराणसी- उ.प्र. पुलिस वीमेन पावर लाइन 1090 द्वारा महिलाओं तथा लड़कियों के प्रति होने वाले उत्पीड़न व अपराधों को रोकने तथा इस संबंध में उ.प्र. पुलिस को और सवंदेनशील बनाने हेतु निरंतर कार्य किया जा रहा है। इस संबंध में वीमेन पावर लाइन द्वारा विगत वर्ष में अनेक महत्वपूर्ण प्रयास किये गये हैं, जिसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आये हैं। महिलाओं व लड़कियों के लिए दी जा रही इन योजनाओं से उनमें कानून की जानकारी व जागरूकता बढ़ी है। वीमेन पावर लाइन को प्राप्त शिकायतों के आधार पर यह बात प्रकाश में आयी है कि महिलाओं एवं लड़कियों के प्रति साइबर बुलिंग की घटनायें बढ़ी हैं, जबकि उनकी इस बारे में जागरूकता बहुत कम है।
इसके दृष्टिगत यूपी पुलिस वीमेन पावर लाइन-1090 द्वारा यूनीसेफ, साइबर पीस फाउंडेशन व गूगल के सहयोग से साइबर बूलिंग के प्रति बालिकाओं को संवेदित करने हेतु उत्तर प्रदेश के चार जनपदों (लखनऊ, वाराणसी,गोरखपुर एवं गौतमबुद्ध नगर) के विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है, जिसके माध्यम से लगभग 30,000 बालिकाओं को जागरूक करने का लक्ष्य है। इसके अंतर्गत प्रथम चरण में लखनऊ व वाराणसी जनपद के विद्यालयों को चिन्हित कर बालिकाओं को साइबर बूलिंग के प्रति संवेदित किया जायेगा, तथा दूसरे चरण में गोरखपुर व गौतमबुद्ध नगर के विद्यालयों की बालिकाओं को जागरूक किया जायेगा।
वीमेन पावर लाइन 1090 के अनुभव व Technical expertise के आधार पर साइबर पीस फाउंडेशन के सदस्यों द्वारा बालिकाओं को साइबर बुलिंग, इससे बचने के उपाय, इसको कैसे रिपोर्ट करें, के साथ साथ साइबर से जुड़े विभिन्न आयामों के बारे में जागरूक किया जायेगा, जिसमें गूगल की टीम के सदस्यों के द्वारा भी सहायता प्रदान की जायेगी। प्रत्येक सत्र 2 घंटे का होगा व प्रत्येक सत्र में बालिकाओं की संख्या लगभग 300 होगी।
इसी क्रम में आज एस.एस. पब्लिक स्कूल, बावतपुर, वाराणसी के आडिटोरियम में साइबर बूलिंग जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए पुलिस उपाधीक्षक, वीमेन पावर लाइन द्वारा महिलाओं एवं लड़कियों के प्रति साइबर बुलिंग की बढ़ती घटनाओं के बारे में प्रकाश डाला गया, साथ ही इससे संबंधित एक संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण भी दिया गया, जिसके माध्यम से उनके द्वारा वीमेन पावर लाइन 1090 पर आ रही महिलाओं,बालिकाओं से संबंधित छेड़खानी व साइबर बुलिंग की शिकायतों का विवरण,वर्गीकरण, शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से आ रही शिकायतों का वर्गीकरण, विभिन्न आयु वर्ग की महिलाओं,बालिकाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न ,छेड़छाड़ की घटनाओं के आंकड़े प्रस्तुत किये गये। इसके अलावा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म (whats app, facebook, Instagram etc.) से आ रही साइबर बुलिंग की शिकायतों के वर्गीकरण के साथ ही छात्राओं के प्रश्नों का भी समाधान किया गया। उनके द्वारा बालिकाओं को सोशल मीडिया के सुरक्षित प्रयोग हेतु उपाय भी बताये गये ।
एस.एस. पब्लिक स्कूल के डिप्टी डायरेक्टर पारितोष सिंह द्वारा बच्चों को इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग करने एवं साइबर बुलिंग से बचने हेतु चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम का लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया। स्कूल की प्रधानाचार्या रीमा श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि आजकल साइबर बुलिंग से संबंधित बहुत ज्यादा समस्यायें देखने में आ रही है, जिसको लेकर विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । साइबर बुलिंग जागरूकता के लिए उ.प्र. पुलिस एवं यूनीसेफ द्वारा साइबर पीस फाउंडेशन व गूगल के माध्यम से चलाया जा रहा कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा इससे निश्चित ही बालिकाओं के प्रति हो रही साइबर बुलिंग की घटनाओं में कमी आयेगी । इसके साथ ही उन्होनें कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का आभार ज्ञापित किया ।
कार्यक्रम का संचालन पुलिस उपाधीक्षक, महिला सम्मान प्रकोष्ठ आशुतोष कुमार द्वारा किया गया । इसके पश्चात एस.एस. पब्लिक स्कूल, वाराणसी में कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से लगभग 350 छात्र,छात्राओं को साइबर बुलिंग संबंधी जागरूकता प्रदान की गई।
कार्यक्रम में यूनीसेफ से महर्षि अग्निहोत्री, साइबर पीस फाउंडेशन से पुर्णेंदु सिंह व टीम, सहित गूगल संस्था के सदस्य आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय नेशनल हेड(AV News)

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