उत्तराखंड – जनपद देहरादून के विकास नगर क्षेत्र के पुल नंबर 1 डॉक्टर गंज में बिना परमिशन के भूमाफियाओं ने रातों रात आम के बाग से हरे फलदार पेड़ों को काट कर ले गए जिस जमीन से पेड़ काटे गए उस जमीन पर 60 सालों से कब्जा नजर हसन पुत्र नियाज मोहम्मद निवासी नवाबगढ़ विकासनगर का है वर्तमान में नजर हसन के पुत्र सत्तार का कब्जा है इनको पेड़ कटने की बात का पता सुबह चला जब वह अपने बाग में गए वहां पेड़ कटे देखकर इनके पैरों तले जमीन खिसक गई उन्होंने इसकी सूचना तुरंत ग्रामीणों को दी मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद हो गए काफी पूछताछ करने पर पेड़ काटने वाले मजदूरों का पता लगाया जा सका इस बारे में जब उन मजदूरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें पेड़ काटने के लिए सरदार सिंह चौहान ने कहा था उन्होंने कहा था कि तुम लोग पेड़ काट देना मेरे पास पेड़ काटने की परमिशन है और जो कुछ होगा मैं देख लूंगा और जिस जमीन से पेड़ काटे गए वह जमीन कोर्ट में विचाराधीन है यह जमीन नजर हसन के पुत्र सत्तार द्वारा उप जिलाधिकारी कोर्ट में विचाराधीन है ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से हरे फलदार पेड़ों को काटने का काम जोरों पर है वन विभाग मात्र रु 5000 प्रति पेड पर जुर्माना काट कर अपना पल्ला झाड़ लेता है यह भूमाफिया शासन और प्रशासन की धौस दिखाकर खुल्लम-खुल्ला हरे फलदार पेड़ों को काट काट कर बागो को प्लॉटों में तब्दील कर मोटे दामों में प्लाटों को बेचकर चांदी कूट रहे हैं अब देखना यह है कि कब तक सरकार चुप रहेगी और भूमाफिया पेड़ों को काटकर अपनी जेब भरते रहेंगें।
-पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट