उत्तराखंड जनपद पाैडी गढ़वाल के विकासखंड जहरीखाल के गूमखाल में पिछले दाे दिन से रामलीला चल रही है रामलीला के संरक्षक अर्जुन सिंह रावत से अंतिम विकल्प न्यूज ने बात की।तब रावत जी ने बताया कि रामलीला हमारे पूरे गढ़वाल में हाेती थी परंतु आज पलायन हाेने की वजह से पहाड के कई गाँवों में अब रामलीला बंद हो चुकी है क्योंकि अब गाँवों में युवा शक्ति नही है।
रामलीला के अध्यक्ष श्री दशरथ रावत जी ने बताया कि हम सभी लाेग राम की लीला के वजह से प्रवासी घरवासी आपस में मिल जाते हैं प्रभु राम की कृपा से आज कई घरवासी व प्रवासी यहां रामलीला के माध्यम से अपनाे काे मिलने पहुचे है।
गाैरतलब बात यह है कि कभी उत्तराखंड के सभी जिलों व गाँव में रामलीला हाेती थी परंतु आज पलायन हाेने की वजह से कई गाँवों की रामलीला बंद हो चुकी है।
अंतिम विकल्प न्यूज पोर्टल की उत्तराखंड की जनता से आग्रह है कि अपनी पाैराणिक चीजाें काे न छाेडें
उत्तराखंड देवाें की भूमि है यहां पर देवताओं के हर संभव लीलायें दिखायी जानी चाहिए।
– इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट