उच्च न्यायालय के आदेश पर रुड़की में मीट की दुकानों पर छापेमारी: अब खुले में नही कटेंगे पशु

रुड़की। उच्चन्यायालय के आदेश के बाद प्रशासनिक टीम ने रुड़की में सभी मीट की दुकाने बन्द करवा दी। अब बूचड़खाने न खोले जाने तक सभी दुकानें पूरी तरह से बन्द रहेंगी।

पिछले दिनों हरिद्वार निवासी परवेज आलम ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दलील दी गयी थी कि राज्य में सड़कों पर और अधिकृत बूचड़खानों के बाहर खुले में पशुओं का वध किया जा रहा है। हरिद्वार निवासी याचिकाकर्ता परवेज आलम ने अदालत के सामने बर्बर तरीके से काटे जा रहे पशुओं की तस्वीरें भी रखीं थी। उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजीव शर्मा और न्यायमूर्ति मनोज तिवारी की खंडपीठ ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से 72 घंटों के भीतर सभी बूचड़खानों को सील करने को कहा था। लेकिन कार्रवाई न होने पर याचिकाकर्ता ने फिर से न्यायालय में गुहार लगाई जिस पर न्यायालय ने अधिकारियों को सख्त लहजे में फटकार लगाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। आज एएसडीएम रविन्द्र सिंह के नेतृत्व में प्रशासन एवं नगर निगम की टीम ने सोत मोहल्ले में कार्रवाई की। इस दौरान उन्होंने दर्जनों दुकानों को बन्द करवाया। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गयी। टीम में तहसीलदार मनजीत सिंह, अपर तहसीलदार सुशीला कोठियाल, सहायक नगर अधिकारी चंद्रकांत भट्ट, नगर स्वास्थ्य अधिकारी विक्रांत सिरोही, सफाई निरीक्षक मृदुल कुमार व अमित कुमार, राजस्व निरीक्षक राजेश त्यागी आदि मौजूद रहे।

– हरिद्वार से तसलीम अहमद

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *