*प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने लिया प्रदूषण का जायजा।
*आक्रोशित किसानों ने जांच दल को दिया विरोध पत्र।
बिहार /मझौलिया- इथेनॉल प्लांट मझौलिया द्वारा फैलाई जा रहे प्रदूषण की शिकायत को लेकर बिहार राज्य प्रदूषण विभाग क्षेत्रीय पदाधिकारी मुजफ्फरपुर अनिल कुमार द्वारा बीती संध्या ईथेनॉल प्लांट और चीनी मिल परिसर का जायजा लिया गया। चीनी मिल द्वारा बनाए गए गंदा पानी निकासी नाला का निरीक्षण किया गया। ईथेनॉल प्लांट परिसर का गहन जांच किया गया। मोतीलाल उच्च विद्यालय मझौलिया के प्रधानाध्यापक मोहम्मद शिवली से प्रधानाध्यापक कक्ष में शिकायत के बारे में गहन पूछताछ किया गया। पूछताछ के दौरान लोक आयुक्त पटना बिहार राज्य प्रदूषण विभाग पटना के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार चीनी मिल के गन्ना महाप्रबंधक जे पी त्रिपाठी ,जीएम टेक्निकल विजय कुमार दीक्षित ,सचिन कुमार गन्ना प्रबंधक, सुधीर कुमार सिंह आदि उपस्थित थे। इसी दौरान भानाचक, बैठनिया, गुरचुरवा आदि के सैकड़ों किसानों और ग्रामीणों ने एथेनॉल प्लांट के धुआ से होने वाले हानिकारक प्रभावों का उल्लेख करते हुए एक लिखित आवेदन जांच दल को दिया। जांच दल के अधिकारियों ने जांच के दौरान कहा कि गंदे पानी निकासी का नाला अधूरा है। अभी भी कचरा फैला हुआ है। उचित मात्रा में पेड़ों की रोपाई नहीं की गई है। जांच दल ने उपस्थित मिल अधिकारियों से मानक के अनुरूप पर्यावरण को सुरक्षित रखने हेतु निर्देश दिया। ग्रामीणों में मुखिया पति दिलीप कुमार, दीनानाथ कुशवाहा , किशोरी राम ,सिकंदर शर्मा, जवाहरलाल प्रसाद, मुख्तार मियां ,रामचंद्र महतो, फिरोज आलम, बिगन मियां ,अमरेंद्र राम ,भदई राम ,बबलू अंसारी अहमद अली, अनिल शर्मा ,पप्पू पांडे ब्राह्मण संस्कार मंच के जिला अध्यक्ष अमित कुमार पांडे ,मनीर मियां सिराजुल मियां आदि शामिल है। विरोध कर रहे किसानों और ग्रामीणों का कहना है कि ईथेनॉल प्लांट से निकलने वाली विषैली धुआ स्वास्थ्य के लिए अति हानिकारक है। इसकी उचित मात्रा में रोकथाम होनी चाहिए जांच दल के पदाधिकारी का कहना है कि जांच उपरांत विभाग को रिपोर्ट दी जाएगी। विभाग द्वारा न्याय संगत कदम उठाया जाएगा। बताते चलें कि बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद ने ईथेनॉल प्लांट मझौलिया को बंद करने का निर्देश जिला अधिकारी बेतिया पश्चिम चंपारण को दिया था। तथा बंद कराकर आदेश का अनुपालन करते हुए सूचित करने का भी निर्देश डीएम को दिया था।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट