आज-कल बाड़मेर जिले में सफ़दपोश भामाशाहों का पड़ रहा है अकाल

बाड़मेर /राजस्थान- बाड़मेर जिले में आजादी से पहले राजाओं का शासन हुआ करता था और अंग्रेजी शासन की गुलामी की जंजीरों से मुक्त होने के बाद लोगों ने राहत महसूस की थी, की अब तो जंगलराज से मुक्ति मिलेगी। हमारे भारतवर्ष में भी राजस्थान राज्य जो की विश्व पटल पर एक शान्त आबोहवा वाले एरिया के नाम से जाना जाता है और जोधपुर संभाग में बाड़मेर जैसलमेर सरहदी जिलों का भाईचारे की जग में मिशाल कायम है।

समय-समय पर हुएं बदलाव के बाद में देश में प्रधानमंत्री और कुछ अन्य नेताओं ने सांसद बनकर संसद भवन और राज्य सभाओं तक, फिर राज्य स्तरीय सरकार में मुख्यमंत्री और कुछ अन्य विधायकों को लेकर विधानसभा तक, जिला मुख्यालयों पर जिला प्रमुख और मंडल कमंडलो, पंचायत समितियों में प्रधान ओर पंचायत समिति सदस्यों, गांवों में सरपंच, वार्डपंचों को लेकर देशभर में समयानुसार बदलाव की बयार शुरू की। सरकार ने आमजन के हितार्थ ही हर गांव चौपाल तक सरकारी कारिदौ को लगाया था की पीड़ित को तत्काल राहत देने के लिए।

आज-कल सरहदों पर सुरक्षा व्यवस्थाओं में तैनात भारतीय सेना के जवानों को आवागमन करने के दौरान होने वाली परेशानियों को देखकर रेलगाड़ियों ओर हवाई सेवाओं की हालातों को देखते हुए बहुत ज्यादा शर्मिंदगी महसूस हो रही है। बाड़मेर जिले के राजनीतिक आकाओं ने सबसे पहले आमजनों के हितार्थ समर्पित होकर निस्वार्थ भाव से लोगों की मूलभूत समस्यायों का समाधान करने में सहयोग और हर-संभव तत्परता दिखाते हुए अपने को राज़ पदों पर शोभायमान किया गया था । लोगों के आगे तरह तरह के नाटक किए-कराए, कही कही पर धनबल का इस्तेमाल भी किया होगा ओर आमजन को विश्वास में लेकर चुनाव जीतने के बाद में अपनों को मौजूदा हालात में दर बदर ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया।

आज-कल कुछ राजनैतिक आकाओं ने मदमस्त होकर अपने-अपने क्षेत्र में राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए अपने ही लोगों को फुटबॉल समझकर खेलना शुरू कर दिया है लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा मालामाल करने वाले यही जनता जनार्दन है। इसी जनता के द्वारा आप चुने गए हैं आपके सफैदपोश,
सफेदझक कुर्ता पजामा ओर आपकी मंहगी महंगी आलीशान गाड़ीयों का बड़ा बड़ा काफिला ओर यह सफेद पोशाक …..जिस पर आपको कोई दाग़ या फिर धब्बा लगा हुआ पसंद नहीं है यह पौशाक देर सवेर जनता द्वारा उतारने के बाद ही आपको प्रायश्चित होगा और आपकी ख़ुमारी जब तक उतरेगी, लेकिन तब तक बहुत देर हों चुकीं होगी।

आपके क्षैत्रो में नियुक्त सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी आपके द्वारा जनता जनार्दन की मूलभूत समस्यायों का समाधान नहीं करने में कभी कभार ऐसा माहौल बनाया जाता है। लेकिन आपकों वहां तक पहुंचाने वाले ही अगर मायूसियों से भरें होंगे तो आपकी यह उड़ान व्यर्थ है। आमजन के दिलों में पहले जगह बनाने की जरूरत है सरकार, मत्री सत्री, जिलों में बड़े बड़े पंच, प्रमुख, सरपंचाई आजीवन नहीं रहती है आपसे पहले भी कई इस पदों पर शोभायमान थे। ओर फिर उन्होंने आपकी तरह जनता से व्यवहार किया होता तो आज लोगों के दिलों में अपनी अमिट छवि वाली जगह नहीं बनाते।

आज़ पावर और पद के नशें में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को गाहे बनाने धमकाकर अपने लिए अटूट धन सम्पदा इकठ्ठा करने के बाद बुरे वक्त में आपके कार्यक्षेत्र में सरकारी मशीनरी में रूपयों से एक रूपए की चोरी में भी जेलयात्रा की सैर हो सकती है। भारतीय कानून व्यवस्थाओं में हर आम-ओ-खास आदमी के लिए सहजता से उपलब्ध है, ओर न्याय की गुहार करने वाले लोगों को भी वही जनता जनार्दन ही सहयोग करेंगी जो कभी कभार आपको आंखों पर बिठाया करतीं थीं।

विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पेश किए गए बजट के बाद सरकार द्वारा बजट में की गई घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के प्रयासों में जुट गई है। बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन को लेकर जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार समीक्षा बैठके ले रहे हैं तो वही बजट सत्र के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मौजूदा मंत्रियों के दौरे को लेकर एक्शन प्लान तैयार किया है जिसके तहत तमाम मंत्रियों को बजट सत्र की समाप्ति के बाद जिलों के दौरे पर भेजा जाएगा।

राजधानी में विशेष जानकारियां रखने वाले खबरनवीस की माने तो एक्शन प्लान के तहत तमाम मंत्री, सत्री
विधानसभा के बजट सत्र की समाप्ति के बाद तीन दिवसीय जिलों के दौरे पर रहेंगे जहां वे सरकार के बजट घोषणाओं को लेकर आमजन से संवाद करेंगे और उन्हें बताएंगे कि सरकार ने अपने चौथे बजट में किसानों, आमजन बेरोजगारों और सरकारी कार्मिकों के लिए क्या क्या घोषणा की है। इसके अलावा फ्लैगशिप योजनाओं को लेकर भी मंत्री आमजन से सीधे तौर पर संवाद करेंगे कि उन्हें सरकार की कितनी फ्लैगशिप योजनाओं का आजकल लाभ मिल रहा है और कौनसी फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ क्यों नही नहीं मिल पा रहा है?

– राजस्थान से राजूचारण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *