नागल /सहारनपुर – बकरीद त्याग, बलिदान व भाईचारे का संदेश देने वाला त्योहार है। ईदुल-अज़हा या बकरीद आज जामा मस्जिद व रोशन मस्जिद में पूरे जोश व हर्षोल्लास के साथ मनार्इ गई व अदब एवं एहतराम के साथ नमाज भी अदा की गयी।ऐसे में सुबह से ही दोनो मस्जिदों मे नमाजियों का तांता लगा रहा।बुजुर्ग,जवान व बच्चों ने अपने घर से निकलकर मस्जिद में पहले से ही पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज़ की। हर वर्ष के भांति इस वर्ष भी ईदुल-अज़हा की नमाज मौलाना द्वारा उपस्थित लोगों के साथ अदा कराई गयी व देश के अमन व चैन के लिए हजारों लोगों ने दुआएं मांगी इसके साथ ही साथ एक दूसरे के गले मिलकर ईदुल-अज़हा की मुबारकबाद भी दी।
नमाज से पूर्व इमाम ने ईदुल-अज़हा त्यौहार के बारे में बताते हुए कहा कि ईदुल अजहा का महीना निहायत अजमत और मर्तबे वाला है। इसका चांद नजर आते ही अजीमुश्शान कुर्बानी की याद ताजा हो जाती है। ईदुल-अजहा हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम द्वारा अल्लाह के हुक्म पर अपने बेटे हजरत इस्माईल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी देने की याद में मनाई जाती है। इसके पश्चात उन्होने बताया कि ईद-उल-अज़हा पर्व समाज और लोगों के कामों के लिए कुर्बानी देने का सन्देश देता है। वहीँ नगर के गणमान्य लोगों ने बकरीद के त्यौहार की सभी को शुभकामनाएं दी तथा त्यौहार को शांति पूर्वक मनाने की अपील भी की नमाज के दौरान सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम रहे।सुरक्षा कि दृष्टि से पुलिस बल तैनात रहे ।
– सुनील चौधरी सहारनपुर