अतिक्रमण से नहीं मिल रही निजात!लगा रहता है जाम

पूर्णिया-खुश्कीबाग जिला मुख्यालय की सबसे बड़ी सब्जी और फल मंडी के रूप में जानी जाती है। यहां हजारों की संख्या में सब्जी और फल का थोक कारोबारी अपना कारोबार करते हैं, जिसके कारण खरीदारों का दिन भर यहां आना-जाना लगा रहता है। लाखों रुपये के राजस्व की वसूली भी होती है। इसके बावजूद भी यह क्षेत्र आधारभूत सुविधाओं से परे है। स्थिति यह है कि खुश्कीबाग में दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है। इसका प्रमुख कारण सड़क अतिक्रमण है। वैसे खुश्कीबाग क्षेत्र में सड़क के दोनों किनारे छोटे मोटे फल , सब्जी , पान घुटखा वाले दुकान ,रिक्शा चालक ठेला वाले खोंचा वाले अपनी दुकान लगाकर सड़क को जाम किये हुए है। बांकी जगहों को इन सब चीजों के ग्राहक अपनी बाइक ,कार, साइकिल स्कूटी, पार्क कर जाम लगाते है।

यातायात परिचालन के लिए सड़क काफी चौड़ा है। वहीं सड़कों पर फुटपाथी
दुकानदारों का कब्जा है। बांकी बची सड़क किनारे भारी वाहनों के कारण जाम बरकरार रहता है। जिसके कारण जाम की समस्या हर दिन बनी रहती है। नगर निगम एवं जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर अभियान चला कर सड़क अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही भी की गयी लेकिन स्थिति जस की तस है। जाम की स्थिति बड़ी वाहनों के कारण भी बनी रहती है ।प्रशासन की तरफ से सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक सारे भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा रखी है। सारे भारी वाहन बाइपास से चला करती है।
प्रशासन ने गुलाबबाग जीरोमाइल से फोर्ड कंपनी तक सभी भारी वाहनों पर रोक लगा दी है सभी नियम का सख्ती से पालन करने का निर्देश पहले से जारी है। भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए गुलाबबाग जीरोमाइल, सोनौली चौक, खुश्कीबाग हाट, कटिहार मोड़, लाइन बाजार, डाक बंगला चौक एवं फोर्ड कंपनी चौक पर पुलिस बल भी तैनात की गयी है। बावजूद नो इंट्री के नियमो का उलंघन होता रहता है । इसमें ट्रैफिक पुलिस की भी मिली भगत से इनकार नही कर सकते हैं। वही पास सटे जंक्शन के पास सड़क पर भी दुकाने सजाई जाती है । पूर्णिया जंक्शन के सामने धर्मशाला में करीब आधा दर्जन होटल चल रहे हैं होटल कारोबारियों द्वारा ग्राहकों को बैठने के लिए टेबुल कुर्सी भी सड़क पर ही लगा दिया जाती है. जिसके कारण दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है. दुकानदारों की दबंगई की वजह से कोई भी विरोध नहीं कर पाता है।
अगर कोई इनका विरोध करता है तो ये सारे लोग
मारपीट की स्थिति पैदा कर देते है. नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटा देने के बावजूद भी होटल कारोबारियों की मनमानी से लोग परेशान हैं।
-शिव शंकर सिंह,पूर्णिया/ बिहार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *