मिर्जापुर- लोकसभा चुनाव के पहले अखिलेश यादव पारिवारिक कलह को खत्म कर देना चाहते हैं। शायद यही वजह है कि अखिलेेेेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव को महासचिव का पद देने की चर्चा है। बावजूद इसके शिवपाल यादव उस नेता से मिलने उसके घर गए जिसे न सिर्फ अखिलेश यादव नापसंद करते हैं बल्कि उन्होंने पार्टी से भी निकाल दिया है। यहां तक कि उस नेता ने सपा-बसपा के गठबंधन के लिये जरूरी राज्यसभा चुनाव में बसपा प्रत्यशी भीमराव अंबेडकर की जीत का रास्ता भी रोका। कभी सपा के कद्दावर नेता रहे पर अब कोई ऐसा मौका हाथ से जाने नहीं देते जिससे समाजवादी पार्टी को नुकसान हो। शिवपाल यादव मिर्जापुर में अपने एक करीबी के घर भी पहुंचे पर वहां सपा के नेताओं ने उनसे दूरी बनाए रखी।
शिवपाल सिंह यादव महासचिव बनाए जाने के बाद। पूर्वांचल के भदोही और उसके बाद मिर्जापुर पहुंचे। पार्टी में अलग-थलग पड़ जाने के बाद उनके साथ लाव लश्कर भी नहीं था और बहुत से सपइयों को उनके आने की सूचना भी नहीं थी। जिन्हें सूचना थी वह पहुंचते इसके पहले ही शिवपाल यादव भदोही पहुंचे और सपा से निकाले गए ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्रा के घर जा पहुंचे। विजय मिश्रा को अखिलेश यादव बिल्कुल पसंद नहीं करते और उनका टिकट काटकर उन्हें सपा से निकाल दिया था।
इसके बाद विजय मिश्रा ने भी अखिलेश यादव पर कई आरोप लगाए और सपा को नुकसान करने वाले हर काम किये। जब सपाइयों को पता चला कि विजय मिश्रा के घर गए हैं तो नेताओं ने उनसे दूरी बना ली। इसके बाद शिवपाल मिर्जापुर पहुंचे। वह लालगंज ब्लॉक के जैकर कला गांव में पूर्व सपा जिलाध्यक्ष जय सिंह के घर शादी समारोह से पहले लड़की को आशीर्वाद देने पहुंचे थे। यहां भी जिले के सपा नेताओं ने उनसे दूरी बनाए रखी। स्वागत तो दूर उनसे मिलने तक कोई नेता नहीं पहुंचे।
राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के सवाल पर बोले शिवपाल
शिवपाल सिंह यादव मीडिया से भी मुखातिब हुए। सपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने की चर्चा को लेकर जब उनसे सवाल हुआ तो वह मुस्कुराए। कहा कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे बखूबी निभाएंगे, जैसे पहले निभाते रहे हैं। कहा कि पहले भी वह सपा के प्रदेश अध्यक्ष और महासचिव रह चुके हैं। दो बार सरकार भी बनाई। बीजेपी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार ने कोई काम नहीं किया, जो वादे करके सत्ता में आयी थी उसमें से एक भी पूरे नहीं हुए। यह सरकार सिर्फ जांच कर रही है। अब तक हर मोर्चे पर फेल रही है।
मिर्ज़ापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट
अखिलेश यादव द्वारा निकले गए पार्टी कार्यकर्ता से मिलने पहुचे शिवपाल यादव
