पटना : राजद, जदयू, कांग्रेस, हम, राकांपा एवं लोजपा समेत कई छोटे-बड़े दल अंबेडकर जयंती के मौके पर अंतिम पायदान पर खड़े लोगों के सामाजिक उत्थान में बाबा साहेब अंबेडकर के योगदान को याद करेंगे। सभी दलों के कार्यक्रम अलग-अलग होंगे, लेकिन मकसद एक होगा- अंबेडकर के नाम पर अपने वोट बैंक को दुरुस्त करना।राजद तो अगले 15 दिनों तक बाबा साहेब के नाम पर राजनीति करने वाला है। भाजपा इस होड़ में आगे निकल चुकी है। वह एक दिन पहले ही अंबेडकर को स्मरण करके अपने समर्थकों-प्रशंसकों एवं बाबा साहेब के अनुयायियों को संदेश दे चुकी है।संसदीय चुनाव में अभी तकरीबन साल भर देरी है, लेकिन एससी-एसटी एक्ट के मसले पर दलित समाज के आक्रोश ने सभी सियासी दलों के कान खड़े कर दिए हैं। बिहार में सदन से सड़क तक खूब राजनीति हो चुकी है। अब बारी है श्रेय लेने की। एक-दूसरे से आगे निकलने की।राजद ने पखवारा मनाने की तैयारी कर रखी है। मुख्य समारोह शनिवार को राजधानी के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में होगा। कार्यक्रम का उद्घाटन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव करेंगे। इसके बाद जिलों, प्रखंडों एवं पंचायत स्तर पर 15 दिनों तक कार्यक्रम लगातार चलेगा। इस दौरान राजद के नेता दलित बस्तियों पर फोकस करेंगे।
राजद की तरह जदयू का कार्यक्रम भी भव्य होगा। पटना के हज भवन सभागार में मुख्य कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। पार्टी के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों एवं विधान पार्षदों को जिलों के कार्यक्रमों में मौजूद रहना है।
– नसीम रब्बानी, पटना/बिहार