हुलासनगरा रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण और खराब सड़को से प्रतिदिन घंटो जाम

बरेली। शाहजहांपुर बार्डर पर पड़ने वाले हुलासनगरा रेलवे क्रासिंग पर लगने वाला भीषण जाम लखनऊ से दिल्ली हाईवे सफर के लिए नासूर बनता जा रहा है। पुलिस प्रशासन के प्रयास के बाद भी लोगों को जाम से निजात नही मिल रही है। वह भी तब जब इस जाम की समस्या को लेकर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों को जाम से निजात दिलाने के निर्देश दे चुके है। बावजूद इसके अभी तक इस जाम से निपटने के लिए कोई हल नही निकल सका है। आलम यह है कि एक महीने मे 20 दिन लोगों को यहां भीषण जाम से जूझना पड़ता है। कई बार यह जाम तीन से चार दिन तक लगातार चलता है। जिससे लखनऊ से दिल्ली का हाईवे का सफर यात्रियों की समय की बर्बादी का सबब बन रहा है। हुलासनगरा जाम मे आम यात्रियों के लिए फजीहत का सबस तो बन रहा है। बल्कि लखनऊ से दिल्ली यात्रा करने वाले मंत्रियों और विधायक और अफसर भी इस जाम मे फंस कर घंटों परेशान होते है। आए दिन लगने वाले इस जाम में अब तक कई बीमार एंबुलेंस में ही दम तोड़ चुके है। क्रासिंग पर बन रहे ओवरब्रिज निर्माण की धीमी गति और गड्ढा युक्त सड़के इस जाम का मुख्य कारण है। बावजूद इसके यहां पर सड़क निर्माण नहीं कराया जा रहा है। जिससे इन सड़को में रोजाना भार वाहन फंसकर खराब होते हैं जो जाम की समस्या का मुख्य कारण बनते है। हाल यह है कि ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन यहां वाहन न खराब हो। इसी के लिए हर वक्त क्रेन भी मौजूद रहती है लेकिन कभी-कभी वाहन इस तरह से खराब होते हैं कि उनके चक्के हिल तक नहीं पाते तो वहां खड़ी क्रेन भी मूक दर्शक नजर आती है। रेलवे फाटक हुलासनगरा पर लगने वाला जाम स्थानीय लोगों के साथ ही यात्रियों के लिए नासूर बन गया है। लगभग ऐसा कोई दिन नहीं होता जब यहां कई-कई किलोमीटर लंबी वाहनों की लाइन न लगे। इसका मुख्य कारण यह भी है कि लखनऊ-दिल्ली ट्रैक पर अप और डाउन में रोजाना करीब 200 ट्रेनें निकलती है। बार-बार फाटक बंद होने और लखनऊ से दिल्ली मुख्य हाइवे होने के कारण भी जाम का बड़ा कारण है। जाम से जूझ रहे स्थानीय लोगों ने 20 दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस समस्या से अवगत कराया था। मामले को संज्ञान में लेते हुए उन्होंने यातायात निदेशालय को कार्रवाई के लिए कहा था। शाहजहांपुर प्रशासन को भी इसका स्थाई और अस्थाई समाधान करने के लिए रिपोर्ट मांगी थी। उसके बाद भी अभी तक समस्या जस की तस बनी है। बीते एक हफ्ते की बात करें तो सोमवार की आधी रात से फाटक जाम की चपेट मे रहा। मंगलवार शाम को खराब वाहन ठीक कराकर जाम खुलवाया गया लेकिन रात होते-होते दो ट्रक खराब हो जाने से बुधवार और गुरुवार को भी लोग भीषण जाम से जूझते रहे। हाल यह था कि छोटे वाहनों को किसी तरह लिंक मार्ग से निकाला गया लेकिन बड़े वाहनों की लाइन दोनो तरफ 10-10 किलोमीटर लगी थी। शुक्रवार की रात किसी तरह वाहनों को ठीक कराकर जाम समाप्त कराया गया था।।

बरेली से कपिल यादव

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