बरेली। न्यायालय परिसर स्थित सदर हवालात से शुक्रवार की शाम दो बंदी फरार हो गए। दोनों हवालात के ठीक पीछे लगे पेड़ की डाल के सहारे दीवार कूदकर भाग निकले। जानकारी तब हुई जब वापसी के समय बंदियों की गणना हुई। दोनों के विरुद्ध दारोगा वीरेंद्र कुमार की ओर से कोतवाली मे मुकदमा दर्ज कराया गया है। दारोगा वीरेंद्र कुमार के अनुसार, कोतवाली के बिहारीपुर ढाल निवासी अंकित यादव व सीबीगंज के पस्तौर निवासी सचिन सैनी शुक्रवार को सीजेएम व अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तृतीय की अदालत में पेशी के लिए तलब किये गए थे। दोनों के साथ पेश होने के लिए कुल 55 बंदी आए थे। सभी बंदियों की पेशी के बाद वापस जेल में दाखिले के लिए शाम साढ़े पांच बजे गणना शुरू हुई। सभी बंदी गाड़ी में बैठ गए। अंकित व सचिन को कई आवाज लगाई गई। न बोलने पर मोहर्रिर व सिपाही हवालात में पहुंचे तो दोनों गायब मिले। देखा तो हवालात में लगी लोहे की खिड़की के दो राड कटे हुए थे। तुरंत पीछे ही दीवार है और उससे सटा एक पेड़ लगा हुआ है। हवालात की छोर वाली एक डाल टूटी हुई थी जिससे यह अंदेशा जताया गया कि पेड़ की डाल के जरिये आरोपित दीवार कूदकर भटनागर कालोनी रोड होते हुए भाग निकले। हवालात काटकर बंदियों के फरार होने की जानकारी पर अफरा-तफरी मच गई। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान, एसपी सिटी राहुल भाटी फोर्स संग मौके पर पहुंचे। कोतवाली मे मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि कोतवाली और एसओजी की कई टीमें गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। आरोपी अंकित यादव पर चोरी, लूट, अपहरण समेत गंभीर धाराओं मे 47 मुकदमे दर्ज है। गैंगस्टर की कार्रवाई हो चुकी है। कोतवाली का वह हिस्ट्रीशीटर है। 28 दिसंबर को वह आर्म्स एक्ट मे जेल भेजा गया था। सचिन सैनी को बारादरी पुलिस ने जेल भेजा था। बारादरी पुलिस ने ही उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई की। बारादरी के मुकदमे मे ही वह पेशी पर लाया गया था।।
बरेली से कपिल यादव