बरेली। हल्द्वानी मे हुई हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक पुराना शातिर है। जनपद बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र मे 26 साल पहले हादसे के बाद गैंगवार में गोलियां तड़तड़ाकर अब्दुल रुऊफ सिद्दीकी नाम के शख्स की हत्या कर दी गई थी। इसमें मलिक के खिलाफ भोजीपुरा थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। आपको बता दे कि 19 मार्च 1998 को हल्द्वानी निवासी अब्दुल रुऊफ सिद्दीकी अपने साथी चंद्रमोहन सिंह और त्रिलोक बनौली के साथ कार से लखनऊ जा रहा था। बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र मे एक बड़े वाहन ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी। टक्कर एक सुनियोजित साजिश के तहत मारी गई थी। कार पलटते ही भाड़े के शूटर्स ने रऊफ पर निशाना साधते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इसमें रुऊफ सिद्दीकी की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि चंद्रमोहन सिंह और त्रिलोक बनौली घायल हो गए थे। रुऊफ सिद्दीकी हत्याकांड की रिपोर्ट भोजीपुरा थाने में दर्ज कराई गई थी। इसमें अब्दुल मलिक समेत सात लोगों को नामजद किया गया था। घटना के विरोध में हल्द्वानी में कई दिनों तक बाजार बंद रहा था। मामले में बरेली और हल्द्वानी पुलिस ने नामजद आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दी थी तब अब्दुल मलिक समेत आरोपी भूमिगत हो गए थे। वही अब्दुल मलिक का बरेली के भी एक जमीन विवाद से कनेक्शन निकल आया है। मामला सिविल एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत जमीन का है। आरोप है कि अब्दुल मलिक इस जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर पांच करोड़ का मुआवजा हड़पने में कामयाब हो गया। जमीन की दूसरी दावेदार मुरादाबाद की निशा कई साल पुराने इस मामले मे अब दोबारा प्रशासनिक कार्रवाई शुरू करने की तैयारी कर रही है। अब इस मामले मे जांच और न्याय के लिए कमिश्नर और डीएम से शिकायत करेगी।।
बरेली से कपिल यादव