हरिद्वार- हरिद्वार बस अड्डा हरिद्वार से सराय में ले जाए जाने के मामले को लेकर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का बयान आया है। उन्होंने पूरे मामले से खुद को और सरकार को अलग कर लिया है। उन्होंने कहा कि बस अड्डे को शहर से बाहर सराय ले जाए जाने का निर्णय ना तो सरकार ने लिया है और ना ही उनका इसमें कोई हस्तक्षेप है। नगर निगम हरिद्वार और हरिद्वार—रूडकी विकास प्राधिकरण दोनों ने मिलकर ये योजना तैयार की है और दोनों ही आजादसंस्थाएं हैं। सरकार इनके फैसलों में सीधे हस्तक्षेप नहीं करती हैं।जनसत्ता अखबार को दिए गए अपने बयान में शहरी विकास मंत्री ने कांग्रेस पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहाकि कांग्रेस को इस मसले पर बोलने का कोई भी अधिकार नहीं है। कांग्रेस ने हमेशा से विकास विरोधी बात की है। उन्होंने नगर निगम और विकास प्राधिकरण के फैसले का भी बचाव करते हुए कहा कि यदि दोनों संस्थाओं ने बस अड्डा बाहर ले जाने की बात को सोचा है तो विकास को देखते हुए ही कोई रणनीति बनाई गई होगी। इसमें ऐसी हायतौबा मचाने की आवश्यकता नहीं है। उनहोंने कहा कि कांग्रेस ने विकास में बाधा डालने का काम किया है। लगातार शहर बढ रहा है ऐसे में बड अड्डा शिफ्ट किया जाता है तो इसमें कोई बुराई भी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर सरकार पर हमला बोलना सही नहीं है।कांग्रेस को पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए।————कांग्रेस हुई हमलावरवहीं दूसरी ओर कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर हरिद्वारके लोगों को लामबंद करने का प्रयास कर रही है। लेकिन अभी तक कांग्रेस को कोई ठोस कामयाबी नहीं मिल पाई है। कांग्रेस नेता प्रदीप चौधरी ने बताया कि मदन कौशिक औरमनोज गर्ग अपना उल्लू साधना चाहते हैं। यही कारण है कि बस अड्डे को शहर से बाहर ले जाया जा रहा है। जबकि हाल ही में उस पर पांच करोड रुपए लगाए गए थे।
-हरिद्वार से फिरोज खान की रिपोर्ट