गौतम बुद्ध नगर- जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर बीएन सिंह के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आयोजित की तंबाकू की रोकथाम के संबंध में कार्यशाला। डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट के निर्देशानुसार ज़िला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अनुराग भार्गव की अध्यक्षता में तम्बाकू नियंत्रण प्रशिक्षण का आयोजन किया। प्रशिक्षण कार्यशाला में तम्बाकू के बारे में विस्तृत दी गयी डॉक्टर अनुराग ने बताया की अगर सभी एक जुट हो कर तम्बाकू की हानियों के बारे में जागरूक हो जाए तो इससे होने वाली ला इलाज बीमारियों से हम मुक्त हो सकते हैं उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा संचालित सभी कार्यक्रमों की जानकारी लोगों में होनी चाहिए और सब उनका लाभ उठाये कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अजय आगर्वाल ने बताया की सभी गेर संचारी रोगों का प्रमुख कारण तम्बाकू और शराब जैसे पदार्थों का सेवन होता है और लोग इससे दूर रहें।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील दोहरे ने आए मीडिया बंधुओं , ज़िला अस्पताल के चिकित्सकओ, स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों और एन जी ओ के कर्मचारियों से अनुरोध किया की कार्यशाला में दी गयी जानकारी को जनसमान्य तक ज़रूर पोहनचाए डॉक्टर दोहरे ने बताया की प्रति दिन 5500 बच्चे तम्बाकू का सेवन शुरू कर देते हैं और उनमें से आधे से ज़्यादा तम्बाकू से होने वाली बीमारियों के कारण मर जाते हैं उन्होंने अवगत करवाया कि तम्बाकू के अंदर नीकोटिन होता है जो 8 सेकोंड में हमारे ख़ून में पहुँच जाता है जिसकी वजह से इसे शराब से ज़्यादा घटक माना जाता है।
ज़िले में संचालित तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की ज़िला सलाहकार डॉक्टर श्वेता खुराना ने कार्यशाला का प्रारम्भ करते हुए तम्बाकू में पाए जाने वाले 7000 ज़हरीले पदार्थों के बारे में बताया, उन्होंने प्रशिक्षण देते हुए कहा की प्रति वर्ष सरकार सेकडो करोर रुपय तम्बाकू से होने वाली बीमारियों में ख़र्च कर देती है और हर वर्ष एड्ज़ मलेरिया टी बी से ज़्यादा मृत्यु का कारण तम्बाकू होता है विश्व ओरल हेल्थ दिवस के उपलक्ष्य में डॉक्टर श्वेता ने बताया की लोगों को हर 6 महीने में दन्त चिकित्सक से अपने मुँह की जाँच करवाने चाहिए इससे ना केवल मोख़िक रोगों से बचा जा सकता है बल्कि शरीर की कई बीमारियों से भी बचाव हो सकता है। उन्होंने ने बताया की स्वास्थ्य मुँह का मतलब होता है स्वस्थ शरीर
कार्यशाला में Attac एन जी ओ से आयी डॉक्टर सुमेधा ने तम्बाकू की लत से मुक्त होने के तरीक़े बताए और उपस्थित चिकित्सकों से अनुरोध किया की सभी अपने मरीज़ों को तम्बाकू की लात से छुड़वाने के लिए प्रेरित करें उन्होंने बताया की उनकी एन जी ओ तम्बाकू उन्मूलन केंद्र चलती है जो निशुल्क दवाइयाँ देती है।
कार्यशाला में ज़िले के टी बी ऑफ़िसर और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शिरीष जैन ने कहा कि वह तम्बाकू की लत से पीड़ित है और प्रण लिया की वह उसका सेवन छोड़ देंगे।
कार्यशाला का समापन करते हुए डॉक्टर श्वेता ने सभी को तम्बाकू को रोकने के लिए तम्बाकू के अधिनियम सेअवगत करवाया और सभी से वाययलेशन होने की स्तिथि पर तम्बाकू प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज करने के लिए कहा उन्होंने प्रकोष्ठ के ईमेल [email protected] देते हुए उपस्थित लोगों से कहा की यहाँ पर तम्बाकू उन्मूलन और शिकायतें दर्ज की जा सकती है।