सूदखोरों के आतंक से कार्यालय के ही शौचालय में मिट्टी का तेल छिड़क कर की आत्महत्या

भदोही- कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) मे वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात कर्मचारी ने नगर के मर्यादपट्टी स्थित सीईपीसी कार्यालय के बाथरुम में मिट्टी का तेल छिड़कर आग लगा ली। जिसके चलते कर्मचारी की मौके पर ही जल कर मौत हो गई। घटना से कार्यालय में हड़कंप मच गया।चर्चा रही कि सूदखोरों के आतंक से कर्मचारी ने जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वही मौके से पुलिस ने प्लास्टिक का बोतल व माचिस को बरामद किया।

क्षेत्र के हरियांव गांव निवासी स्व.श्याम जी श्रीवास्तव के पुत्र संजय श्रीवास्तव (45 वर्ष) 1991 से नगर के मर्यादपट्टी कालीन भवन में स्थित कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) कार्यालय में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात थे। इधर डेढ़ दशक से वह नगर के रजपुरा में स्थित गोपाल कुंज कालोनी में मकान बना कर परिवार के साथ रहते थे। उनकी पत्नी प्रीति बीमार चल रही है। पत्नी को दवा खिला कर वह करीब 9 बजे बाइक से कार्यालय के लिए निकल गए। चुंकि समय से पहले पहुंचने के कारण संजय कुछ देर तक एकमा कार्यालय में बैठे रहे। दफ्तर खुलने के बाद वह शौचालय में चले गए। उसके बाद मिट्टी का तेल उलट कर आग लगा ली। इस बीच वहां मौजूद कालीन कम्पनी के कर्मियों ने देखा कि शौचालय से धुआं व चिखने चिल्लाने की आवाज आ रही है। उसके बाद तो वहां पर हड़कंप मच गया। माली का काम करने वाले सूर्यबली ने कुदाल से शौचालय का दरवाजा तोड़ा। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। जलने से संजय ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूचना पर कोतवाल मनोज पाण्डेय मौके पर पहुंच गए। वही पत्नी प्रीति व परिवार के अन्य सदस्य भी मौके पर पहुंच गए थे। प्रीति की माने तो वह दवा देने के बाद शनिवार को डाक्टर को दिखाने वारणसी लेकर जाने की बात को कह कर घर से निकले थे। हालांकि पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। संजय पॉच भाईयों में सबसे बड़े थे। उन्हे दो पुत्र है। बड़ा पुत्र अर्सित मध्य प्रदेश के भोपाल में स्थित एक संस्थान से इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहे है। वही छोटा पुत्र रितिक इंटर का छात्र है। घटना स्थल पर ऐसी चर्चा हो रही थी कि सूदखोरों से संजय काफी परेशान रहते थे। सूदखोर दफ्तर तक में आकर हड़काते थे। वही उनकी पत्नी ने भी इस बात की पुष्टि की। हालांकि सूदखोर का नाम बताने से सभी कतराते रहे। वैसे पुलिस ने कहा कि लिखित शिकायत मिले तो सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वैसे संजय की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी व बच्चे सहित परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल रहा। घटना की खबर सुनते ही सीईपीसी के पूर्व द्वितीय उपाध्यक्ष हाजी अब्दुल रब अंसारी उमेश कुमार मुन्ना एकमाध्यक्ष हाजी गुलाम सर्फुद्दीन अंसारी, हाजी सौदागर अली अंसारी हाजी शाहिद हुसैन अंसारी वासिफ अंसारी, हाजी अब्दुल सत्तार अंसारी, कुंवर शमीम अंसारी, रवि पटोदिया, संजय गुप्ता, भरत लाल मौर्य हाजी अब्दुल बारी अंसारी, पीयूष बरनवाल फ़िरोज़ वजीरी, शमीम लल्लन अंसारी एच एन मौर्य, जय प्रकाश गुप्ता, सैयाज़ अंसारी, हाजी अशफ़ाक़ अंसारी, हाजी जलील अंसारी, अनिल कुमार बरनवाल, नीरज बरनवाल, आदि निर्यातकों ने गहरा दुख प्रकट किया तो वहीं नगर पालिका अध्यक्ष अशोक कुमार जायसवाल, विधायक प्रतिनिधि ओमेंद्र प्रताप उर्फ ओम सिंह, प्रिंस गुप्ता, राजेश जायसवाल,प्रभु सेठ, राहुल कश्यप, इरशाद गुड्डू अंसारी, संजय यादव, रमेश प्रजापति, राकेश गुप्ता,आदि लोगो ने घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गए।
पत्रकार आफ़ताब अंसारी

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