बिहार /मझौलिया – विगत चार पांच दिनों से हो रही भारी वर्षा से बड़ रहे सिकरहना नदी के जलस्तर का निरीक्षण सीओ ने किया । निरीक्षण के क्रम में गुदरा पंचायतों के नदी किनारे बसे गांवों को देखा व नदी किनारे बने बांधो का जायजा लिया। और नदी के बढ़ रहे जलस्तर पर ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील।गौरतलब हो कि सिकरहना नदी के बढ़ते जलस्तर ने काफी दबाव बना दिया है जिससे तटबंध के कटाव की स्थिति की आशंका उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों में दहशत बताई जाती है तथा लोग ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने की फिराक में है। बताया जाता है कि जलस्तर बिल्कुल बांध के बराबर आ गया है जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है और माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा रही है। प्रखंड उप प्रमुख नंदकिशोर यादव के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा कटाव से निजात पाने के लिए पेड़ पौधों को काटकर रस्सी से बांधते हुए कटाव स्थल पर डाला गया है। उन्होंने इसकी सूचना प्रखंड प्रशासन को दिया। इस आलोक में अंचलाधिकारी सूरज कांत ने बिन टोली स्थित कटाव स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी पश्चिम चंपारण के आदेश पर आपदा प्रबंधन विभाग के सौजन्य से कटाव स्थल पर कटाव रोधी कार्य कराया जा रहा था लेकिन बारिश से नदी में जलस्तर काफी बढ़ गया है जिससे कटाव रोधी कार्य बंद है।
बताते चलें कि बिन टोली में सिकरहना नदी के तेज कटाव के कारण गुदरा के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।बताते चलें कि पिछले वर्ष भी बिन टोली में हो रहे कटाव स्थल पर उप प्रमुख नंदकिशोर यादव द्वारा बड़े पैमाने पर बांस पेड़ पौधे आदि कटाव रोधी रस्सी से बंधवा कर डाला गया था।जिससे कटाव से बचाव में काफी मदद मिली थी।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट