लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत किया गया बजट विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा। प्रधानमंत्री जी ने इसे ज्ञान का बजट बताकर केवल चार अक्षरों में परिभाषित कर दिया है। गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति को सशक्त करने से ही देश आत्मनिर्भर और विकसित बनेगा। उन्होंने कहा कि वंचित को वरीयता, अंत्योदय को प्रमुखता देते और देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के संकल्प पथ पर तेज गति से ले जाने वाले इस बजट के लिए प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार एवं वित्त मंत्री जी का धन्यवाद। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस बजट से मातृशक्ति और समाज के अंतिम पंक्ति के सभी वर्गों के उत्थान का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। आम बजट में आगामी 5 वर्षों में 5 लाख महिलाओं, अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के उद्यमियों को दो करोड़ रुपये तक का टर्म लोन देने की योजना, उनके सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आम बजट ‘स्वस्थ भारत-सुरक्षित भारत’ की जीवंत झांकी है। इस बजट में आगामी तीन वर्षों में सभी जनपदीय अस्पतालों में डे केयर कैंसर सेंटर की स्थापना का प्रावधान है। नि:संदेह, इस निर्णय से आम जन को बेहतर स्वास्थ्य-सुविधा का लाभ प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तुत आम बजट में किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण की सीमा को ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख करने का निर्णय अत्यंत अभिनंदनीय है। करोड़ों अन्नदाता किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करता यह कल्याणकारी निर्णय किसान साथियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के प्रति प्रधानमंत्री जी की प्रतिबद्धता को प्रकट करता है। किसान हितकारी बजट हेतु प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार एवं वित्त मंत्री जी का धन्यवाद। वही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस सरकार के पास देश की जनता के लिए कोई विजन नहीं है। बजट किसान, नौजवान, गरीब विरोधी है। केंद्र सरकार बजट के आंकड़े के साथ महाकुंभ में जान गवांने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े भी दे। सरकार के सब आंकड़े झूठे हैं। बजट में महंगाई और बेरोजगारी कम करने की कोई योजना नहीं है। अखिलेश ने कहा कि बजट में किसानों की आय बढ़ाने और फसलों की एमएसपी का कानूनी अधिकार देने की कोई बात नहीं कही है। किसानों की कर्जमाफी का कोई जिक्र नहीं है। खाने-पीने की चीजों में बढ़ती महंगाई को कम करने को लेकर कुछ नहीं कहा गया। इस बजट से किसानों, नौजवानों, गरीबों और व्यापारियों, सभी को निराशा हुई है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार गलत आंकड़ों के जरिये आम जनता को भरमाने का काम कर रही है। दोषपूर्ण जीएसटी को लेकर बजट में सरकार मौन है। इस सरकार की दोषपूर्ण जीएसटी व्यवस्था से व्यापार और व्यापारी बर्बाद हो गया है। सरकार मध्यम वर्ग को भी सब्जबाग दिखा रही है। दूसरे रास्ते से जनता की जेब काट रही है।।
बरेली से कपिल यादव