चन्दौली- खबर यूपी के चन्दौली जनपद से जहां एक जिला एक उत्पाद के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चंदौली जिले को ब्लैक राइस उत्पादन के लिए घोषणा करने के बाद किसानों में खुशी की लहर जरूर दौड़ गई, लेकिन 1 साल पूरा होते होते किसानों की खुशियां मायूसी में तब्दील हो गई। ब्लैक राइस यानी सुगर फ्री चावल उत्पादन के लिए जिन किसानों को चुना गया था उन्होंने उत्पाद को तो अच्छा बताया लेकिन इसे बेचने के लिए ग्राहक नहीं मिल रहे हैं और न ही जिला प्रशासन की तरफ से कोई क्रय केंद्र ही खोला गया है। ऐसे में किसान अपने उत्पाद को बेचने की बजाय खुद ही खपत करने में जुट गए हैं। हालांकि जिला प्रशासन ने संगोष्ठी कर ब्लैक राइस को बेचने और इसके उत्पादन करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने का काम किया है लेकिन क्रय केंद्र ना होने के कारण किसान अब भी अपना उत्पाद बेच नहीं पा रहे हैं। आपको बता दें कि चंदौली जिले को धान का कटोरा कहा जाता है,यहां धान की अच्छी पैदावार भी होती है।मुख्यमंत्री ने धान के कटोरे को ब्लैक राइस के लिए पेटेंट कर किसानों को अच्छी सौगात तो दे दी लेकिन उनका उत्पाद बिक न पाने से अब उनके चेहरे पर मायूसी झलक में लगी है।
रंधा सिंह चन्दौली