सावधान बूथों पर जाने से पहले अपने परिवार का नाम करें चैक:वर्ना नहीं कर पायेगें मताधिकार का प्रयोग

बाड़मेर/राजस्थान- बाड़मेर जिले में विधानसभा और लोकसभा चुनावो की घोषणा के इन्तजार में लगे जन प्रतिनिधियों, नये युवा मतदाताओं में जागरूकता जरूर बढ गई है। नये मतदाताओं के नाम वोटर लिस्टो में बीएलओ द्वारा जोड़े गए थे और उनके वोटिंग कार्ड भी दिया गया है। एक जनवरी दो हजार चौबीस तक के युवा मतदाताओं के पहले हमेशा – हमेशा मतदाताओं के नाम मतदाता सूचियों में शामिल करने के लिए आवेदन लेने के बाद अंतिम तिथि तक मतदाता सूचियों में शामिल होगा । जनवरी तक अठारह साल के युवा मतदाताओं के नाम जोड़ने की निर्वाचन आयोग द्वारा शुरुआत की गई है लेकिन फिर भी वोटर लिस्ट में होगी भरपूर खामियां को दुरूस्त करने की जरूरत है ।

जिला मुख्यालय पर निर्वाचन विभाग द्वारा जारी की गई मतदाता सूचियों में ऊपरी पृष्ठ नया जरूर लगा हुआ है और भीतर पेज पर मकान नम्बर, अनुभाग नहीं बदले गए हैं सोचने वाली बात यह है कि मतदाताओं के फोटो भी कई सालों पहले की लगी हुई है । मूल मतदाता सूची में ज्यादा मतदाताओं के पुराने फोटो लगभग बीस पच्चीस साल पुरानी लगी हुई है जो पहली बार पहचान पत्र बनाने के लिए 1996 में लिए गए थे और वर्तमान में कई मतदाता युवावस्था से प्रोढ बन चुके हैं । शहर में कई जगहों पर मकान नं एक से शुरू नहीं होकर पहले जेसे ही अंकित है । कई जगहों पर अभी भी मकान नम्बर पुराने वार्डों के पुनर्गठन से पहले के जो पुराने है वहीं अंकित है ओर कई मकान नम्बरों पर आज भी जीरो नम्बर पर ही अंकित है ।

मतदाताओं के मतदान केंद्र ओर कई जगहों पर बीएलओ के निवास भी एक से तीन चार किलोमीटर दूर है वार्डों में रहने वाले सरकारी अध्यापकों को नहीं लगाकर दूर दराज के इलाकों में रहने वाले अध्यापकों को लगाया गया है और जानकारी के अभाव में वो बीएलओ वार्ड के बारे में पूरे अनभिज्ञ होते हैं ।

मतदाताओं के मतदान केंद्र अन्य मतदान क्षेत्र में होने से बुजुर्ग व्यक्तियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शहर की रेल्वे लाईन और मुख्य सड़कों से कई नगर परिषद के वार्डों को विभाजित करती है ,आधे मतदाताओं को एक तरफ ओर आधे मतदाताओं को दुसरी और जेसे पुलिस लाइन,मधुबन कालोनी के निवासियों को रेलवे लाइन क्रोस करके नेहरू नगर में जाकर मतदान करते हैं ।

मूल मतदाता सूची 2002 में बीएलओ द्वारा घर घर जाकर बनाई गई थी । तत्पश्चात नये नाम जोड़ने ओर हटाएं गया था लेकिन बाड़मेर शहर के बाहरी वार्डों में मतदाताओं को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है । कई नए मतदाताओं के मकान बन गए हैं । शहर में कई जगहों पर बूथ नजदीक होने के बावजूद भी दूर स्थित दूसरे मतदान केंद्रो पर मतदान करने मजबूरीवश जाना पड़ता है । आज़ाद चौक,खागल मोहल्ला,गाधी चोक, वाणिज्य कर विभाग बूथों को पार करके हाई स्कूल बूथ पर जाना पड़ता है । कई कई जगहों पर एक ही वार्ड के दो भाग करके ओर दो बीएलओ ओर कई जगहों पर एक ही परिवार के लोगों के नाम भी अलग अलग बूथों पर होने से मतदान करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।

फर्जी मतदान रोकने के लिए सरकारी स्तर पर सत्रह दस्तावेजों की जरूरत होती है लेकिन सरकार ने आवश्यक रूप से आधार कार्ड से मतदाताओं के नाम लिंक करने के लिए बीएलओ ने करीबन सभी वार्डो में अपने कार्यों को पूरा किया गया था लेकिन वो आज तक भी सरकारी खानापूर्ति के नाम पर अधूरा ही रहा । कई बीएलओ नाम जोड़ने, काटने, हटाने अन्य मतदान केंद्र पर जोड़ने के आवेदन मतदाताओं से फार्म लेकर विभाग में जमा करवाया जाता है लेकिन न तो कोई नाम हटा दिया, किसी व्यक्ति का एक ही मतदान सूची में दो जगहों पर नाम दर्ज है ओर फिर से वही पुरानी मतदाताओं की सूचियों को लेकर जनता जनार्दन के कोप से ग्रस्त होते हैं ।

चुनावी चौपाल के जानकार सेवानिवृत्त इन्जीनियर बी एल शर्मा ने बताया कि आजकल वोटर लिस्ट राम भरोसे है जब परिवार सहित वोटिंग बूथों पर जाकर वोट करेंगे तो पता चलेगा कि हमारे नाम यहाँ पर है ही नहीं, पत्नी वोट करके आ गईं, बच्चों को दूसरे बूथों पर जाकर मताधिकार का प्रयोग करना पडेगा और आप निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार लगभग अठारह दस्तावेजों के बावजूद भी आपका नाम वोटर लिस्ट में नहीं होने के कारण आप मताधिकार से वचित हो जाओगे। बाड़मेर शहर की वोटर लिस्ट को देखकर ऐसा लगता है कि सब पहले पेजों को ही बदलते हैं भीतर कभी नहीं देखा करते हैं। लक्ष्मी नगर के मतदाताओं को अन्तरी देवी स्कूल, पुलिस लाइन, रामू बाई नेहरू नगर और इन्द्रा कालोनी में जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग करना होगा लेकिन आवश्यक सुधार करके इसे दुरस्त करवाने की फुर्सत मिले तो फिर कहना ही क्या❓

जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला कलेक्टर अरूण कुमार पुरोहित ने बताया की मतदाता सूचियों में हमारी ओर से समय समय पर अपडेट करने के साथ ही सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं और संशोधन की जरूरत होने पर मतदाताओं ओर बीएलओ को आने वाली समस्यायों का तुरंत समाधान किया जाएगा ।

– राजस्थान से राजूचारण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *