बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी मे दुकानों की साप्ताहिक बंदी का पालन नहीं हो पा रहा है। डीएम के आदेश का असर नगर पंचायत मे नहीं दिख रहा है। आदेश का पालन नहीं करने पर श्रम प्रवर्तन विभाग जुर्माना लगाता है पर इससे कोई नियंत्रण नही हो पाता है। व्यापारी साप्ताहिक बंदी को प्रभावी ढंग से लागू करने पर बल दे रहे है। नगर पंचायत की साप्ताहिक बंदी प्रशासन के ध्यान न देने की वजह से फेल है। व्यापार मंडल के पदाधिकारियो ने बाजार मे शुक्रवार की साप्ताहिक बंदी के लिए अलाउंस भी कराया। अब देखते है कि शुक्रवार को इस बंदी का कैसा असर रहेगा। साप्ताहिक बंदी का रोस्टर जारी है। बंदी के दिन अगर कोई दुकानदार दुकान खोलता है तो उस पर जुर्माना लगाने का प्रावधान है। लेकिन कुछ दुकानदार साप्ताहिक बंदी के दिन दुकान खोल ले रहे है।
कस्बे में एक दिन दुकानों की बंदी होनी चाहिए लेकिन बंदी का असर नहीं दिख रहा। एक दुकानदार अगर दुकान खोलता है तो देखा देखी सभी दुकान खोल लेते हैं। सभी को साप्ताहिक बंदी का पालन करना चाहिए।
प्रेमपाल गंगवार, व्यापारी
साप्ताहिक बंदी का पालन होना चाहिए। बंदी होने से व्यापारी अपनी दिनचर्या सही रख सकते हैं। जब व्यापारी समाज चाहेगा तो बंदी हो सकता है। शासन ने जो नियम बना दिया है उसका हर हाल में पालन होना चाहिए। इसके लिए प्रशासन की ओर से कड़ाई होना जरूरी है।
हसनैन अंसारी, व्यापारी
व्यापारियों को चाहिए कि एक दिन दुकानों को बंद रखना चाहिए। छोटे व बड़े व्यापारियों को इसका पालन करना चाहिए। बंद करने के लिए व्यापारियों से अपील भी की है।
हरीश गंगवार कातिब, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल
बंदी शासन से निर्धारित है। इसका पालन होना चाहिए। इससे अच्छा वातावरण तैयार होता है। लोग एक दिन में बाहर निकल कर थोड़ा आराम कर लेते हैं। बंदी का कानून बनाया गया है तो इसका हर हाल में पालन होना चाहिए।
कैलाश शर्मा, अध्यक्ष, पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल
कस्बे मे व्यापारियों को बंदी का पालन करना चाहिए लेकिन एक दुकानदार अगर दुकान खोलता है तो देखा देखी सभी दुकान खोल लेते है। सभी को इसका का पालन करना चाहिए। बंद करने के लिए किसी व्यापारी पर दबाव नहीं बनाया जा सकता। उन्हें खुद सोचना चाहिए।
आशीष अग्रवाल, अध्यक्ष, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल
बरेली से कपिल यादव