बरेली। जनपद के थाना फरीदपुर मे स्मैक तस्करों को छोड़ने के लिए फरीदपुर इंस्पेक्टर रामसेवक ने सात लाख रुपये में सौदा किया। दो तस्करों को छोड़ दिया वहीं एक तस्कर रुपये नहीं दे पाया तो उसे हिरासत में रखा। रात में ही थाने के किसी स्टाफ ने सीओ फरीदपुर गौरव सिंह को सूचना दे दी और छापा मारने पर रुपये भी बरामद होने की बात कही। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर गुरुवार की सुबह ही एसपी साउथ व सीओ गौरव सिंह ने इंस्पेक्टर के कार्यालय के पीछे बने आवास की तलाशी ली। जहां से नौ लाख रुपये बरामद किए। सीओ फरीदपुर की ओर से कोतवाली में इंस्पेक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी अनुराग आर्य ने भ्रष्टाचार के आरोपी इंस्पेक्टर रामसेवक को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीमें गठित की गई है। एसपी साउथ मानुष पारिक गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे कोतवाली जा धमके। उन्होंने वहीं सीओ फरीदपुर गौरव सिंह को बुलाया। उनके थाने पहुंचते ही इंस्पेक्टर फरीदपुर रामसेवक अपने कमरे में ताला डालकर थाने की दीवार फांधकर फरार हो गए। उनके साथ एक और व्यक्ति भी फरार हुआ है। उसकी पहचान की जा रही है। एसपी साउथ ने थाने के अभिलेख और हवालात चेक की। पुलिस वालों से पूछताछ की। पता लगा कि इंस्पेक्टर फरीदपुर ने बुधवार रात को फरीदपुर के नवदिया अशोक के रहने वाले अशनूर पुत्र मकसूद, नियाज अहमद उर्फ नन्हे पुत्र शेर मोहम्मद और आलम पुत्र मोहम्मद इस्लाम को गिरफ्तार किया था। नियाज अहमद और आलम को सात लाख रुपये लेकर गुरुवार की सुबह को छोड़ दिया। अशनूर रुपये नही दे पाया। उसे थाने में दाखिल कर दिया। 300 ग्राम स्मैक भी इंस्पेक्टर पी गये। उसे बेच दिया। एसपी मानुष पारीक ने इसके बाद इंस्पेक्टर के आवास की तलाशी कराई। सीओ गौरव सिंह ने पुलिस टीम के साथ इंस्पेक्टर के आवास का ताला तोड़ा। उसकी वीडियोग्राफी कराई। इंस्पेक्टर रामसेवक के तखत के गद्दे के नीचे से पुलिस ने 500-500 को नोटों के सात लाख रुपये बरामद किये गये हैं। इंस्पेक्टर के पर्सनल ब्रीफकेस से 284900 रुपये बरामद हुए। इंस्पेक्टर राम सेवक एक भाजपा विधायक का करीबी रिश्तेदार है। इंस्पेक्टर पहले पीलीभीत में पूरनपुर माधोटांडा, गजरौला समेत कई थानों पर रहा है। इंस्पेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद अब थाने के सिपहियों व अन्य स्टाफ की भूमिका की भी जांच होगी। बताया जाता है कि इंस्पेक्टर थाने के दरोगाओं दरकिनार कर सिपाहियों से वसूली कराता था। थाने के सिपाही थाने में जगह-जगह पंचायत लगाकर आरोपियों से रुपये वसूली कर पीड़ित पर दबाव बनाकर फैसला करवाते थे।
बरेली से कपिल यादव